शाह के आईसीसी प्रमुख बनने के बाद भी बीसीसीआई के अगले सचिव पर कुछ भी स्पष्ट नहीं

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नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) जय शाह के एक दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सबसे युवा अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के साथ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) में सचिव का पद खाली हो गया और बोर्ड से जुड़े राज्य संघों के अलावा अधिकारियों को भी अब तक यह पता नहीं है कि उनकी जगह कौन लेगा।

विश्व के सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड में 2022 में हुए संवैधानिक संशोधन के बाद से इसके सचिव सबसे प्रभावशाली पदाधिकारी है। बीसीसीआई सचिव के पास ‘क्रिकेट और गैर-क्रिकेट मामलों से संबंधित सभी शक्तियां’ हैं और सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) उसकी देखरेख में काम करता है।

शाह को अगस्त में आईसीसी के शीर्ष पद के लिए निर्विरोध चुना गया था और तब से बीसीसीआई के हितधारक बोर्ड में होने वाले बदलाव के बारे में सोच रहे हैं।

बीसीसीआई में शाह की जगह लेने की दौड़ में गुजरात के अनिल पटेल और बोर्ड के मौजूदा संयुक्त सचिव देवजीत सैकिया का नाम आगे है। डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली का नाम भी सामने आया, लेकिन यह सिर्फ अटकलें ही रहीं।

बीसीसीआई के एक प्रशासक ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि क्या हो रहा है। हर कोई (बीसीसीआई के अधिकारी और राज्य इकाइयां) इस मामले पर चुप हैं। सबसे अधिक संभावना है कि संयुक्त सचिव (सैकिया) फिलहाल अंतरिम होंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे मुद्दे हैं, जिनसे रोजाना निपटना पड़ता है और जो कोई भी आता है, उसे बीसीसीआई के संचालन के बारे में थोड़ी जानकारी होनी चाहिए।’’

निर्वाचित पदाधिकारी के इस्तीफा देने के बाद से बोर्ड के पास विशेष आम बैठक (एजीएम) बुलाने और उसके उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए 45 दिन का समय होता है। अगर शाह के आईसीसी का कार्यभार संभालने के दिन से 45 दिनों की गणना की जाए तो बोर्ड के पास पद भरने के लिए जनवरी के मध्य तक का समय है।

संविधान के अनुसार बीसीसीआई को चुनाव से कम से कम चार सप्ताह पहले एक निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति भी करनी होती है। राज्य इकाई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बोर्ड के पास बदलाव को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय है।

इस अधिकारी ने कहा, ‘‘ अब तक इस मामले का निपटारा पूरा हो जाना चाहिए था। सचिव को अधिकांश दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होते हैं। इस मामले को एजीएम (सितंबर में) में उठाया जाना चाहिए था, लेकिन उस समय किसी ने सवाल नहीं उठाया।’’

राज्य इकाई के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा, ‘‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली क्रिकेट संस्था बीसीसीआई में अहम फैसले लेने का अधिकार रखने वाले की कमी है।’’

बोर्ड के पदाधिकारियों का मौजूदा तीन साल का कार्यकाल अगले साल सितंबर में खत्म हो रहा है। ऐसे में नए सचिव करीब एक साल तक कार्यभार संभालेंगे।

आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई का नया प्रतिनिधि कौन होगा, इस बारे में भी अभी तक कोई जानकारी नहीं है।

शाह इस जिम्मेदारी को भी निभाते थे और बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी वैकल्पिक निदेशकों की सूची में हैं।

 आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति में भारत के प्रतिनिधि हैं।