नागपुर, 19 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार सुबह यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ के बी हेडगेवार के स्मारक पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि राष्ट्र निर्माण में कोई भी संघ के योगदान को नजरअंदाज नहीं कर सकता।
शिंदे ने यहां रेशमीबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि संघ परिवार एवं शिवसेना की विचारधारा समान है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सत्तारूढ़ महायुति के घटक दलों-भाजपा एवं शिवसेना के अन्य नेताओं ने भी डॉ हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हालांकि, इस मौके पर महायुति के अन्य घटक राकांपा के नेता एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार मौजूद नहीं थे लेकिन उनकी पार्टी के दो विधायक स्मारक पहुंचे।
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र इस समय नागपुर में हो रहा है।
शिंदे ने कहा कि बतौर संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नि:स्वार्थ भाव से काम करता है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि वह पहले भी हेडगेवार स्मारक जा चुके हैं और उनका बचपन से ही संघ परिवार से संबंध रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने संघ की शाखा से शुरुआत की और फिर शिवसेना शाखा से। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा और आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं से आगे बढ़ा। संघ परिवार और शिवसेना की विचारधारा एक जैसी है। बिना किसी अपेक्षा के कैसे काम किया जाए, यह संघ परिवार से सीखा जाना चाहिए।’’
शिंदे ने कहा कि कोई भी राष्ट्र निर्माण में संघ के योगदान को नजरअंदाज नहीं कर सकता।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस की शिक्षा बाँटने की नहीं, बल्कि जोड़ने की है। उन्होंने कहा कि हेडगेवार के स्मारक पर जाने से प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे और सत्तारूढ़ भाजपा तथा शिंदे नीत शिवसेना के कई अन्य विधायकों ने भी डॉ. हेडगेवार और गोलवलकर के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने संघ के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें आरएसएस का संक्षिप्त परिचय दिया।