एडिलेड, 8 दिसंबर (भाषा) मोहम्मद शमी की टेस्ट मैदान में बहुप्रतीक्षित वापसी में और देरी हो सकती है क्योंकि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि मुश्ताक अली ट्रॉफी के सात मैच खेलने के बाद सीनियर तेज गेंदबाज के घुटने में एक बार फिर सूजन आ गई है।
शमी की ‘प्लेइंग किट’ और ऑस्ट्रेलियाई वीजा तैयार माना जा रहा है और उन्हें जल्द से जल्द उड़ान भरनी थी। लेकिन रोहित की मैच के बाद की टिप्पणियों के बाद उनके ऑस्ट्रेलिया जाने पर संदेह के बादल छा गए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या शमी की वापसी की संभावना है तो भारतीय कप्तान ने अपने जवाब में सतर्कता बरती।
भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा, ‘‘दरवाजा पूरी तरह खुला है। लेकिन हम सिर्फ उन पर नजर रख रहे हैं क्योंकि सैयद मुश्ताक अली टी20 खेलते समय उनके घुटने में फिर से सूजन आ गई है जो निश्चित रूप से टेस्ट मैच खेलने के लिए उनकी तैयारी में बाधा बनेगी। हम बहुत सावधान रहना चाहते हैं। ’’
शमी ने रणजी ट्रॉफी के एक मैच में 42 ओवर गेंदबाजी की थी और 13 दिनों में सैयद मुश्ताक ट्राफी के सात टी20 मैच खेले हैं।
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के एक सूत्र के अनुसार शमी ने मेडिकल टीम को बताया है कि भले ही उन्हें चार ओवर गेंदबाजी करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन हर मैच के बाद उनके घुटने में सूजन बढ़ रही है। वहीं शमी से बात करने वालों को लगता है कि वह अभी लंबे प्रारूप में खेलने के लिए अनिच्छुक हैं।
कप्तान रोहित ने कहा कि वे शत प्रतिशत फिट शमी को ही लेना चाहते हैं।
रोहित ने कहा, ‘‘हम उसे ऐसी स्थिति में यहां नहीं लाना चाहते कि वह खेले और फिर उसे चोट लग जाए या कुछ और हो जाए। हम उसके बारे में शत प्रतिशत सुनिश्चित होना चाहते हैं। क्योंकि बहुत समय हो गया है जब से उसने (अंतरराष्ट्रीय) क्रिकेट नहीं खेला है। ’’
रोहित ने कहा कि अगर शमी शत प्रतिशत ठीक महसूस नहीं करता है तो टीम उस पर दबाव नहीं डालना चाहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उस पर यहां आकर टीम के लिए काम करने का दबाव नहीं डालना चाहते। ’’
रोहित ने कहा कि डॉ. नितिन पटेल की अध्यक्षता वाली एनसीए मेडिकल टीम द्वारा ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ पेशेवर उसकी निगरानी कर रहे हैं। और हम उन लोगों के अनुभव के आधार पर निर्णय लेंगे। क्योंकि वे ही हैं जो उसे हर मैच में देख रहे हैं। ’’
रोहित ने कहा, ‘‘इसलिए हमें बस सावधान रहना होगा। लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि उसके लिए किसी भी समय आकर खेलने का दरवाजा खुला है। ’’