मेलबर्न, 25 दिसंबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस कम उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने की चुनौतियों को अच्छी तरह से समझते हैं और इसलिए उन्होंने 19 वर्षीय सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास को ज्यादा नहीं सोचने और अपने खेल का पूरा आनंद लेने की सलाह दी है।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले कोंस्टास का भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करना तय है।
कमिंस से पूछा गया कि जब उन्होंने18 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था तो वह कैसा महसूस कर रहे थे तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ समय तो यह सोचने में बिताया कि मैं यहां क्यों और कैसे हूं और यह सब कुछ इतनी जल्दी कैसे हो गया। मुझे याद है कि मैं वास्तव में काफी उत्साहित था और मुझे लगता है कि सैमी ( कोंस्टास) के मामले में भी इस सप्ताह ऐसा होने वाला है।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘आप खेल में बने रहना चाहते हैं। आपको खेल पूरा आनंद लेना होता है और ज्यादा नहीं सोचना होता है। सैमी को भी मेरा यही संदेश है। मैं सच में 18 साल की उम्र में ऐसा ही महसूस कर रहा था। मैं वास्तव में तब काफी उत्साहित था।’’
विराट कोहली और ऋषभ पंत अभी तक भले ही अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया की टीम उनका पूरा सम्मान करती है और कमिंस का मानना है कि बाकी बचे दो टेस्ट मैच में ये खिलाड़ी उनके सामने चुनौती पेश कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वह बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और इसमें कोई संदेह नहीं कि वे किसी मुकाम पर हमारे लिए चुनौती पेश कर सकते हैं।’’
कमिंस से पूछा गया कि क्या भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की खराब फॉर्म का ऑस्ट्रेलिया को फायदा मिलेगा तो उन्होंने पिछली बार कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे के मेलबर्न लगाए गए शतक को याद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कहना बहुत मुश्किल है। मुझे याद है कि कुछ साल पहले रहाणे ने यहां शतक जमाया था। बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच हमेशा रोमांचक होता था। पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ भी मैच शानदार रहा था।’’