कोलंबो, 21 नवंबर (भाषा) श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने नवगठित संसद में बृहस्पतिवार को अपने उद्घाटन भाषण में कानून का शासन सुनिश्चित करने और अतीत में हुई गलतियों को सुधारने का संकल्प लेते हुए चुनाव पूर्व के वादों को पूरा करने की बात कही।
दिसानायके अपनी पार्टी ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ (एनपीपी) की मितव्ययता के संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते हुए बेहद सादगी से संसद पहुंचे और इस दौरान गाड़ियों का काफिला और वह धूमधाम गायब रही जो आमतौर पर नवनियुक्त राष्ट्रपति के संसद पहुंचने के दौरान होती है।
राष्ट्रपति (56) ने संसद को संबोधित करते हुए कहा,‘‘ यह हमारा कर्तव्य है कि हम सभी को कानून के समक्ष जवाबदेह और समान बनाएं। हम अपराधों से प्रभावित सभी लोगों को न्याय दिलाएंगे।’’
अपने नीतिगत संबोधन में राष्ट्रपति ने देश की खराब अर्थव्यवस्था पर खास तौर पर ध्यान केंद्रित किया। रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार द्वारा शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) बेलआउट कार्यक्रम की पहले की आलोचनाओं के बावजूद, दिसानायके ने कार्यक्रम को जारी रखने के लिए अपने प्रशासन की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने कहा कि यह सरकार सभी लोगों की रक्षा करेगी।