मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में गुयाना पहुंचे, भेंट की गई जॉर्जटाउन की ‘चाभी’

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जॉर्जटाउन, 20 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को गुयाना पहुंचे और कहा कि उनकी यह यात्रा ‘‘दोनों देशों के बीच मित्रता को प्रगाढ़ करेगी।’’

यह 50 साल से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है।

मोदी का हवाई अड्डे पर गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, उनके समकक्ष मार्क एंथनी फिलिप्स और 12 से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने स्वागत किया जबकि होटल में ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली मौजूद थीं।

अधिकारियों ने बताया कि मोदी को भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों के प्रमाण के रूप में ‘जॉर्जटाउन शहर की चाबी’ भी सौंपी गई।

मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना की यात्रा पर आए हैं और वह 21 नवंबर तक यहां रहेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पहुंचने पर ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ थोड़ी देर पहले गुयाना पहुंचा हूं। राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स, वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए आभार। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करेगी।’’

विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के साथ तस्वीरें भी साझा कीं और इसे ‘खास स्वागत’ बताया। साथ ही मंत्रालय ने कहा ‘‘यह 56 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है।’’

विदेश मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘ होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफ़ान, ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मियामोरमोटली और गुयाना के कई कैबिनेट मंत्रियों ने विशेष स्वागत किया।’’

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री को जॉर्जटाउन के मेयर ने ‘जॉर्जटाउन शहर की चाबी’ सौंपी जो भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है।’’

अपनी यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति अली से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने पर विचार विमर्श करेंगे।

वह 185 वर्ष से भी अधिक समय पहले यहां आए प्रवासी भारतीयों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं। मोदी दूसरे ‘भारत-कैरिकॉम’ शिखर सम्मेलन में कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।

प्रधानमंत्री तीन देशों की यात्रा पर हैं, जिसमें नाइजीरिया की यात्रा भी शामिल है जहां उन्होंने राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता की तथा भारतीय समुदाय के साथ संवाद किया।

मोदी की नाइजीरिया यात्रा 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की उस पश्चिमी अफ्रीकी देश की पहली यात्रा थी।

नाइजीरिया से मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील गए। ब्राजील में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केयर स्टॉर्मर सहित वैश्विक नेताओं से मुलाकात की।

सोमवार को शिखर सम्मेलन के एक सत्र में अपने संबोधन के दौरान मोदी ने कहा कि भारत का जी-20 का विषय ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य’’ था जो उतना ही प्रासंगिक है जितना नवीनतम शिखर सम्मेलन।

मंगलवार को मोदी ने शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें कीं और ब्राजील, इटली, इंडोनेशिया और पुर्तगाल, नॉर्वे, चिली, अर्जेंटीना, मिस्र, दक्षिण कोरिया के नेताओं से मुलाकात की तथा रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।