जनजाति समाज और किसानों के विकास के लिए तत्पर मध्यप्रदेश सरकार

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मानना है कि जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान रहा है। समाज के क्रांतिकारियों और महापुरूषों के व्यक्तित्व और कृतित्व को समाज में स्थापित किया जा रहा है। क्रांतिकारी टंट्या मामा की स्मृति में इंदौर संभाग में विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है इसके विकास के लिए शासन द्वारा कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। ईमानदारी, कर्मठता, लगनशीलता एवं परिश्रम जनजाति समाज की विशेष पहचान है। जनजाति समाज ने अपनी सांस्कृतिक विरासत एवं परंपराओं को सहेज कर रखा है। इस समाज ने जो प्राप्त है उसी को पर्याप्त मानकर आनंद से जीवन जीने की शैली अपनायी है। यह समाज कृषि एवं पशुपालन पर आधारित है। भोलापन भी इस समाज की विशेष पहचान रही है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस भोलेपन को कमजोरी नहीं बनने दें और किसी भी दुष्चक्र में नहीं आये। कुरीतियों से दूर रहें। अपनी सांस्कृतिक, विरासत और परम्परा को सहेज कर रखें। बदलते दौर में इन्हें सुरक्षित जरूर रखें। जो समाज अपनी विरासत, परम्परा और संस्कृति से दूर होता है, वह कमजोर बन जाता है। जड़ों से जुड़े रहें, एक दूसरे को साथ लेकर आगे बढ़ें। आगे बढऩे के लिए राज्य शासन द्वारा उन्हें हर संभव मदद दी जायेगी।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा जनजाति समाज के विकास के लिए बजट में बढ़ोतरी की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस समाज के समग्र विकास के लिए कारगर प्रयास किए जा रहे है। हाल ही में इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना स्वीकृत की गई है। यह परियोजना मालवा-निमाड़ क्षेत्र के चहुंमुखी विकास में बड़ी मददगार होगी। परियोजना जिन्दगी बदलने का माध्यम भी बनेगी। इस परियोजना से विकास को नई गति मिलेगी।प्रदेश में वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदला जाएगा। सिकलसेल जैसी घातक बीमारी से समाज को मुक्त करने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है। समाज के शैक्षणिक और आर्थिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है। शासन का प्रयास है कि समाज के लोग आगे आए और इन योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लें। छात्रावासों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री स्वयं भी छात्रावासों का दौरा कर व्यवस्थाओं को देखेगें।शासन जनजाति समाज के क्रांतिकारियों और महापुरूषों के कार्यो को जन-जन तक पहुंचाएगा। आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुण्डा जयंती पर धार में विशाल कार्यक्रम होगा।  
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि वल्लभ भाई पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया। देश को आजाद करते समय अंग्रेजों ने इसे खण्ड- खण्ड करने का प्रयास किया। इस प्रयास को विफल करके सरदार पटेल ने अखण्ड भारत का निर्माण किया। रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की प्रतिभा, साहस और कौशल का बहुत बड़ा उदाहरण है। सरदार पटेल ने ही सोमनाथ मंदिर  और द्वारिकाधीश मंदिरों का जीणोंद्धार कराया। उन्होंने अपने कार्यो से देश की सनातनी परंपरा को भी गौरवान्वित किया।
सरदार पटेल ने गरीबों और किसानों के लिए जीवन भर कार्य किया। सरदार पटेल के किसानों के कल्याण के सपने के रूप में गुजरात में दुग्ध उत्पादक संघ अमूल का गठन और विकास हुआ। इसने पूरे देश में श्वेत क्रांति ला दी। अमूल, किसानों के सहयोग और सहकार से बना संगठन है। अमूल, दुग्ध उत्पादक किसानों को अच्छी गुणवत्ता का पशु आहार, दुधारी पशुओं को बीमा सुरक्षा का लाभ तथा दीवाली पर किसानों को लाखों का बोनस देता है। मध्यप्रदेश में भी दुग्ध उत्पादक किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध संग्रहण के लिए बोनस दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार जनता के साथ मिलकर  गोवर्धन पूजा मनायेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं।  उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण तथा बनारस में बाबा विश्वनाथ लोक का निर्माण हुआ है। उसी तरह चित्रकूट में श्रीराम लोक का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए चित्रकूट विकास प्राधिकरण गठित कर प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। मैहर में मां शारदा लोक का निर्माण किया जायेगा। अयोध्या की तरह मथुरा भी जगमग होगा।  सतना में नगर निगम के सहयोग से लाईब्रेरी के संचालन, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सेंटर तथा छात्रावास बनाए जाएंगे।सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है।  साइबर तहसील व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब किसानों को जमीन के नक्शे, खसरे और नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। 

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