बेंगलुरु, 26 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि जो लोग संविधान के खिलाफ हैं, वे इसे बदलने की बात कर रहे हैं, जबकि वह और उनका दल इसकी रक्षा के लिए लड़ रहे हैं।
सिद्धरमैया ने संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में यह टिप्पणी की।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जो लोग संविधान के खिलाफ हैं, वे इसकी (संविधान को बदलने की) बात कह रहे हैं। उडुपी स्थित पेजावर मठ के स्वामीजी ने भी हाल में संविधान में संशोधन की आवश्यकता पर बात की थी। मुझे नहीं पता… हम यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ रहे हैं कि संविधान में बदलाव न हो।’’
सिद्धरमैया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘संविधान में अब तक करीब 106 संशोधन किए जा चुके हैं। हम (संविधान को अंगीकार किए जाने के) 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। भारत का संविधान पूरी दुनिया में संभवत: सबसे लंबा (लिखित) संविधान है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे वह केंद्र हो या राज्य सरकार या स्थानीय निकाय, सभी को संविधान के अनुसार काम करना होता है और इसके सिद्धांतों को बनाए रखना होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने विद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रों के लिए संविधान की प्रस्तावना का अध्ययन अनिवार्य कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक बच्चे को संविधान की प्रस्तावना एवं उसके सिद्धांतों को समझना चाहिए और उसके अनुसार काम करना चाहिए। संविधान के तहत दिए गए अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में सभी को पता होना चाहिए इसलिए हम संविधान दिवस मनाते हैं। यह एक पवित्र दिन है।’’