सिंगापुर, ग्रैंडमास्टर डी गुकेश पर उम्मीदों का बोझ कम है और वह सोमवार से यहां शुरू हो रही विश्व चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन से भिड़ेंगे तो उनका लक्ष्य विश्वनाथन आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाला पहला भारतीय बनना होगा।
अधिकांश शतरंज जगत गुकेश का समर्थन कर रहा है क्योंकि यह 18 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी चैंपियन बनने वाला धैर्य दिखा चुका है। अब यह देखना होगा कि वह एक पखवाड़े तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के दौरान बड़े अवसर के दबाव से कैसे निपटते हैं।
शनिवार दोपहर हुई पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को अगर संकेत माना जाए तो दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं लेकिन साथ ही दोनों अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
लिरेन ने 2023 में रूस के इयान नेपोमनियाची के खिलाफ उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में जीत के साथ विश्व चैंपियन का ताज पहना था लेकिन तब से चीन का खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी ग्रस्त रह चुका है और पिछले एक साल में गुकेश की तुलना में बहुत कम प्रतिस्पर्धा की है।
गुकेश ने शनिवार को कहा, ‘‘मेरा काम बिल्कुल स्पष्ट है – हर बाजी में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और अपनी स्थिति के अनुसार सर्वश्रेष्ठ चाल चलना। अगर मैं ऐसा करता हूं, अगर मैं अच्छा शतरंज खेलता रहता हूं और सही मूड में रहता हूं तो फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका हालिया फॉर्म खराब है या फिर वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं सही चीजें करता हूं तो मुझे विश्वास है कि मेरे पास पूरा मौका होगा।’’
इस साल के टूर्नामेंट में 138 वर्षों में पहली बार दो एशियाई खिलाड़ी खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगे। इस मुकाबले की इनामी राशि 25 लाख डॉलर है।
ठीक एक साल पहले कोई भी गुकेश और लिरेन के बीच संभावित मुकाबले की भविष्यवाणी नहीं कर सकता था क्योंकि चीन का खिलाड़ी पहले से ही गत विजेता था और भारतीय खिलाड़ी को बड़ी बाधाओं को पार करना था।
गुकेश ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट से पहले स्वीकार किया, ‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं बहुत शांत चित्त हूं। मुझे पता है कि यह एक बड़ा टूर्नामेंट है और मैं बहुत उत्साहित हूं। लेकिन मुझे यह भी पता है कि मैं किसी भी तरह की घबराहट को संभाल सकता हूं। जब तक मुझे अपने कौशल पर भरोसा है तब तक मुझे चिंता करने की कोई बात नहीं है।’’
गुकेश को प्रबल दावेदार मानने वाले लिरेन कहा कि वह एक दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद करते हैं। इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘वह युवा है लेकिन उसने कई पहलुओं में अपनी योग्यता दिखाई है। यदि हम दोनों अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें तो यह एक शानदार मैच होगा।’’
गुकेश भारत के लिए 2013 से चल रहे खिताब के सूखे को खत्म करना चाहेंगे। तब पांच बार के चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने नॉर्वे के सुपरस्टार मैग्नस कार्लसन को खिताब गंवा दिया था।
आनंद इस प्रतियोगिता को जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं और वह चेन्नई में अपनी शतरंज अकादमी में उन्हें निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद गुकेश द्वारा उनकी बराबरी करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
आनंद की भूमिका की सराहना करते हुए गुकेश कई मौके पर कह चुके हैं, ‘‘अगर विशी सर नहीं होते तो मैं आज जो हूं उसके करीब भी नहीं पहुंच पाता।’’
गुकेश की विश्व चैंपियनशिप मैच की यात्रा पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई जब उन्होंने चेन्नई ग्रैंडमास्टर्स टूर्नामेंट जीतकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाई।
कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में फाबियानो कारूआना और हिकारू नाकामुरा की अमेरिकी जोड़ी को प्रबल दावेदार माना जा रहा था जबकि नेपोमनियाची का दावा भी काफी मजबूत था।
गुकेश ने सभी को पछाड़ते हुए कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर शतरंज की दुनिया में तूफान मचा दिया और इनमें आर प्रज्ञानानंदा भी शामिल थे जिन्हें कई लोग युवा भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदा पीढ़ी में सबसे प्रतिभाशाली मानते हैं।
गुकेश ने इसके बाद भारत को शतरंज ओलंपियाड में पहली बार स्वर्ण पदक दिलाने में मदद की।
आंकड़े भी गुकेश के पक्ष में हैं जिन्होंने पिछले नवंबर से 2794 की सर्वोच्च रेटिंग के साथ 37 रेटिंग अंक प्राप्त किए हैं जबकि लिरेन ने इसी अवधि में 52 अंक गंवाए हैं।
ठीक छह साल पहले 2816 अंक के साथ लिरेन दुनिया में दूसरे सबसे अधिक रेटिंग वाले खिलाड़ी थे जो अब सूची में 23वें स्थान पर हैं। चीन का खिलाड़ी एकमात्र गत विश्व चैंपियन हैं जो पिछले कुछ दशक में शीर्ष 10 से बाहर हुआ है।
गुकेश 2783 अंक के साथ वर्तमान में रेटिंग सूची में पांचवें स्थान पर हैं।
हालांकि एक चीज जो चीन के खिलाड़ी को राहत दे सकती है वह है दोनों के बीच आपसी मुकाबले।
गुकेश ने अब तक लिरेन के खिलाफ कोई क्लासिकल बाजी नहीं जीती है जबकि चीन के खिलाड़ी ने भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ तीन बाजियों में दो जीत दर्ज की जबकि एक बाजी ड्रॉ रही।
गुकेश के खिलाफ लिरेन ने पिछली जीत इस साल की शुरुआत में नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के दौरान दर्ज की थी। उन्होंने 2023 में भी इसी प्रतियोगिता में गुकेश को हराया था।