गिल, पंत और गेंदबाजों ने जगाई भारत की उम्मीद

मुंबई, दो नवंबर (भाषा) शुभमन गिल और ऋषभ पंत के अर्धशतकों के बाद रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने फिरकी का अपना पुराना जादू बिखेरा, जिससे भारत ने शनिवार को यहां अच्छी वापसी करके न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में जीत दर्ज करने की अपनी उम्मीदों को पंख लगाए।

पहले दोनों मैच जीतकर तीन मैच की श्रृंखला अपने नाम कर चुके न्यूजीलैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में नौ विकेट पर 171 रन बनाए हैं और उसने 143 रन की बढ़त हासिल कर ली है। इससे पहले भारत ने न्यूजीलैंड के 235 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 263 रन बनाकर 28 रन की बढ़त हासिल की थी।

वानखेड़े स्टेडियम की पिच से स्पिनर को मदद मिल रही है और ऐसे में भारत के लिए 150 रन के आसपास का लक्ष्य हासिल करना भी चुनौती पूर्ण होगा। भारत को अगर क्लीन स्वीप से बचना है तो उसके बल्लेबाजों को संयमित आक्रामकता दिखानी होगी।

भारत की तरफ से शुभमन गिल (90) शतक से चूक गए जबकि ऋषभ पंत ने 60 रन की तूफानी पारी खेली। निचले क्रम में वाशिंगटन सुंदर में नाबाद 38 रन बनाकर भारत को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। न्यूजीलैंड की तरफ से एजाज पटेल ने 103 रन देकर पांच विकेट हासिल किए।

इसके बाद जडेजा ने 52 रन देकर चार विकेट लिए और दूसरी पारी में थी पांच विकेट हासिल करने की तरफ कदम बढ़ाए। अश्विन ने 63 रन देकर तीन विकेट लिए हैं जबकि सुंदर और आकाशदीप ने एक-एक विकेट लिया है।

तेज गेंदबाज आकाशदीप ने पहले ओवर में ही न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम (01) का मिडिल स्टंप थर्राकर भारत को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई।

सुंदर ने चाय के विश्राम के बाद टर्न और उछाल लेती गेंद पर डेवोन कॉनवे (22) को स्लिप में कैच देने के लिए मजबूर किया जबकि बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड की जीत के नायक रहे रचिन रविंद्र (04) दूसरी पारी में भी नाकाम रहे। अश्विन ने उन्हें स्टंप आउट कराया।

जडेजा ने डेरिल मिचेल (21) को आउट करके उन्हें यंग के साथ पहली पारी की तरह साझेदारी नहीं निभाने दी। अश्विन ने दौड़ लगाकर उनका खूबसूरत कैच लपका। जडेजा ने इसके बाद थोड़ा गति से की गई गेंद पर टॉम ब्लंडेल (04) को बोल्ड किया।

ग्लेन फिलिप्स (14 गेंद पर 26 रन) ने आते ही आक्रामक रवैया अपनाया तथा सुंदर पर एक और अश्विन पर दो छक्के लगाए। अश्विन ने हालांकि उन्हें कैरम बॉल पर गच्चा देकर बोल्ड करके जल्द ही बदला चुकता कर दिया।

विल यंग (51) ने दूसरी पारी में ही अर्ध शतक जमाया लेकिन अश्विन की कैरम बॉल का उनके पास भी कोई जवाब नहीं था जिस पर उन्होंने वापस गेंदबाज को कैच थमाया। दिन का खेल समाप्त होने के समय पटेल सात रन पर खेल रहे थे।

इससे पहले पंत और गिल की शानदार पारियों की मदद से भारत ने वापसी की लेकिन इन दोनों की साझेदारी टूटने के बाद उसकी टीम जल्द ही सिमट गई। पंत 38वें ओवर में पवेलियन लौटे जबकि भारतीय पारी 60 ओवर तक ही चल पाई।

तीन साल पहले वानखेड़े स्टेडियम में 119 रन देकर सभी 10 विकेट लेने वाले पटेल ने फिर इस मैदान पर जादू दिखाया। उनकी शानदार लेंथ से की गई गेंदों का भारतीय बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। भारत का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 180 रन था लेकिन गिल और पंत को छोड़कर उसके बाकी बल्लेबाजों ने निराश किया।

सरफराज खान खाता भी नहीं खोल पाए। उन्होंने जिन चार गेंद का सामना किया उन पर वह जूझते हुए नजर आए। पटेल ने उन्हें अच्छी लेंथ वाली गेंद पर विकेट के पीछे कैच कराया।

गिल ने भी पटेल की गेंद पर पहली स्लिप में कैच दिया। उन्होंने अपनी पारी में 146 गेंद का सामना करके सात चौके और एक छक्का लगाया। रविंद्र जडेजा (14) भी पहली स्लिप में कैच देकर पवेलियन लौटे। निचले क्रम के बल्लेबाजों में केवल वाशिंगटन सुंदर ही डटकर खेल पाए। उन्होंने अपनी नाबाद पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए।

भारत ने पहले दिन के आखिरी सत्र में कप्तान रोहित शर्मा (18) उनके सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल (30) और विराट कोहली (04) सहित चार विकेट गंवा दिए थे। गिल और पंत ने सुबह चार विकेट पर 86 रन से भारतीय पारी आगे बढ़ाई और जवाबी हमला करते हुए टीम को संकट से उबारा।

पंत की 59 गेंद पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से खेली गई 60 रन की आक्रामक पारी से भारत को वापसी करने में काफी मदद मिली। भारत ने पहले घंटे में 14 ओवर में 77 रन जोड़े। पंत और गिल ने पांचवें विकेट के लिए केवल 114 गेंद पर 96 रन की साझेदारी निभाई।

पंत ने जहां आक्रामक रवैया अपनाया वहीं गिल ने स्पिनरों के सामने अपनी तकनीकी में काफी सुधार दिखाया। इन दोनों भारतीय बल्लेबाजों को जीवन दान भी मिले।

गिल ने पारी के 26वें ओवर में ग्लेन फिलिप्स की गेंद हवा में लहराई लेकिन सब्सीट्यूट फील्डर मार्क चैपमैन ने उसे नीचे टपका दिया। फिलिप्स की गेंद पर ही मैट हेनरी ने लॉन्ग ऑफ पर पंत का आसान कैच छोड़ा।

इन दोनों युवा बल्लेबाजों ने 30वें ओवर में अपने अर्धशतक पूरे किए। पंत हालांकि जीवन दान का फायदा नहीं उठा पाए। लेग स्पिनर ईश सोढ़़ी ने उन्हें पगबाधा आउट किया।