नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) ने शुक्रवार को कहा कि डिपोजिटरी में डीमैट रूप में रखी गई प्रतिभूतियों का मूल्य सितंबर, 2024 में 500 लाख करोड़ रुपये (6 हजार अरब डॉलर) तक पहुंच गया।
बयान के अनुसार, डिपॉजिटरी को जून, 2014 में 100 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने में 18 साल लगे, नवंबर, 2020 में 200 लाख करोड़ रुपये को छूने में छह साल और लगे तथा 500 लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को छूने में चार साल लगे।
एनएसडीएल के अंतरिम प्रबंध निदेशक (एमडी) एस गोपालन ने बयान में कहा, “हम इस ऐतिहासिक अवसर पर निवेशकों, बाजार सहभागियों, नियामकों और अन्य संबंधित पक्षों को धन्यवाद देते हैं।”
एनएसडीएल एक सेबी-पंजीकृत बाजार अवसंरचना इकाई है जो देश में वित्तीय और प्रतिभूति बाजारों को उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करती है। साल 1996 में डिपॉजिटरी अधिनियम की शुरुआत के बाद, एनएसडीएल ने नवंबर, 1996 में भारत में प्रतिभूतियों के कागज रहित बनाने की अगुवाई की।
पिछले महीने डिपॉजिटरी को सेबी से अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की मंजूरी मिल गई। बाजार नियामक से मंजूरी कंपनी द्वारा जुलाई, 2023 में नियामक को अपने शुरूआती आईपीओ दस्तावेज जमा करने के एक साल से अधिक समय बाद मिली।