सुंदर ने सात विकेट झटक टेस्ट टीम में वापसी को बनाया यादगार

पुणे, 24 अक्टूबर (भाषा) हरफनमौला वाशिंगटन सुंदर (59 रन पर सात विकेट) की शानदार ऑफ स्पिन गेंदबाजी से भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला के शुरुआती टेस्ट में गुरुवार को यहां न्यूजीलैंड की पहली पारी को 259 रन पर समेटने के बाद स्टंप्स तक एक विकेट पर 16 रन बना लिये।

दिन का खेल समाप्त होने पर शुभमन गिल नाबाद 10 और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल नाबाद छह रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।  

टीम साउथी ने अपने दूसरे ओवर में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को खाता खोले बगैर बोल्ड किया।

कुलदीप यादव की जगह टीम में जगह बनाने वाले सुंदर ने लगभग ढाई साल के बाद टेस्ट टीम में वापसी पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इससे पहले उनके नाम चार टेस्ट में छह विकेट थे।

भारत के लिए अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने 64 रन देकर तीन विकेट लिये। भारतीय सरजमीं पर यह पहली बार है जब किसी टेस्ट मैच में सभी 10 विकेट दायें हाथ के ऑफ स्पिनरों ने झटके हो।

अश्विन डेवोन कोन्वे को आउट कर अपने विकेटों की संख्या 531 तक पहुंचाकर ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन से आगे निकल गये। न्यूजीलैंड के लिए डेवोन कोन्वे ने 76, रचिन रविंद्र ने 65 और मिचेल सेंटनर ने 33 रन का योगदान दिया।  

न्यूजीलैंड की टीम एक समय तीन विकेट पर 197 रन बनाकर बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी लेकिन सुंदर की फिरकी के सामने उसने 62 रन के अंदर सात विकेट गंवा दिये।

  कुलदीप की जगह टीम में शामिल करने के फैसले को सही साबित करते हुए सुंदर ने अपने 14वें ओवर में पिछले मैच के शतकवीर रविंद्र को आउट कर पहली सफलता हासिल करने के बाद अपने छोर से विकेट चटकाना जारी रखा।

अश्विन ने दिन के शुरुआती सत्र में न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम (15) और विल यंग (18) को चलता किया तो वहीं सुंदर ने दूसरे सत्र के आखिर में दो विकेट झटकने के बाद मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया।

सुंदर ने इन सात में से पांच विकेट ऑफ स्टंप की लाइन का शानदार इस्तेमाल कर झटके। उन्होंने इस दौरान रविंद्र, टॉम ब्लंडेल (3), सेंटनर, टिम साउदी (5) और अजाज पटेल (4) को बोल्ड किया।

उनका सबसे बड़ा विकेट हालांकि रविंद्र का था जिन्होंने शुरुआती टेस्ट में न्यूजीलैंड की आठ विकेट की जीत में 134 और नाबाद 39 रन की यादगार पारी खेली थी।

इससे पहले कोन्वे ने स्पिनरों के खिलाफ रिवर्स स्वीप और ड्राइव का अच्छा इस्तेमाल किया। उन्होंने 141 गेंद की पारी में 11 चौके जड़ने के अलावा रविंद्र के साथ तीसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े।

रविंद्र को इसके बाद डेरिल मिचेल (नाबाद 16) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने 95 गेंद में 59 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी में हालांकि रविंद्र ने बड़ा योगदान दिया।

रविंद्र को वामहस्त स्पिनर रविंद्र जडेजा की गेंद पर जीवनदान भी मिला जब शॉर्ट लेग पर सरफराज खान उनका मुश्किल कैच नहीं लपक सके।

उन्होंने आकाश दीप के खिलाफ अगले ओवर में दो चौके लगाकर अपना पचासा पूरा किया।

इससे पहले दिन के शुरुआती सत्र में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सात ओवर के बाद ही स्पिनरों को गेंद थमाने का फैसला किया और अश्विन ने अपनी पांचवीं गेंद पर लाथम को चलता कर टीम को पहली सफलता दिलायी।

अश्विन ने टेस्ट में नौवीं बार न्यूजीलैंड के कप्तान आउट किया।  गेंद लाथम के बल्ले के बाहरी किनारे के करीब से निकलते हुए विकेटों के सामने पैड से टकराई और मैदानी अंपायर ने आउट का इशारा करने में देरी नहीं की।

इसके बाद यंग नाटकीय अंदाज में आउट हुए जब अश्विन की गेंद उनके बल्ले का मामूली किनारा लेते हुए विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में चली गयी।

अश्विन ने कैच आउट की अपील की लेकिन उन्हें विकेटकीपर और स्लिप में खड़े रोहित शर्मा का साथ नहीं मिला। शॉर्ट लेग पर खड़े सरफराज खान ने इसके बाद कप्तान को रिव्यू लेने के लिए मनाया और रिप्ले में वह आउट दिखे।

दिन की शुरुआत में जसप्रीत बुमराह और आकाश दीप ने भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत की लेकिन इस पिच से तेज गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली।