मुंबई, 23 अक्टूबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 138 अंक से अधिक के नुकसान में रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के बीच वाहन, औषधि और पूंजीगत सामान कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट आई।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 138.74 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,081.98 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 80,000 के नीचे 79,891.68 अंक तक आ गया था। सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में 22 नुकसान में रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 36.60 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,435.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें 24,604.25 से 24,378.10 अंक के बीच घट-बढ़ हुई।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक और टाइटन प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ, बजाज फाइनेंस के दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम आने के बाद कंपनी का शेयर लगभग पांच प्रतिशत चढ़ गया। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर, 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही में 13 प्रतिशत बढ़कर 4,014 करोड़ रुपये रहा।
लाभ में रहने वाले अन्य शेयरों में टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और बजाज फिनसर्व शामिल हैं।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,978.61 करोड़ रुपये की बिकवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,869.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही परिणाम हल्के रहने और एफआईआई की निकासी जारी रहने से निवेशकों के बीच बाजार को लेकर धारणा प्रभावित हुई। हालांकि, मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में हाल की गिरावट के बाद लिवाली देखने को मिली। वैसे इस स्थिति के आगे बने रहने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।’’
नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ा है। इससे संकेत मिलता है कि अमेरिका में नीतिगत दर में कटौती की दर कम होगी…।’’
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.93 प्रतिशत चढ़ा जबकि मझोली कंपनियों से जुड़े मिडकैप सूचकांक में 0.48 प्रतिशत की तेजी रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी को लेकर चिंता के अलावा कंपनियों के तिमाही परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं होने से धारणा प्रभावित हुई।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा।
यूरोप के बाजारों में दोपहर कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार मंगलवार को स्थिर रुख के साथ बंद हुए।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75.30 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 930.55 अंक लुढ़का था जबकि निफ्टी में 309 अंक की गिरावट आई थी।