वायनाड (केरल), 23 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करके अपनी चुनावी पारी का आगाज किया और इस मौके पर खुद को स्थानीय लोगों के परिवार का हिस्सा बताते हुए कहा कि वह उनके स्नेह को संजोकर आगे बढ़ेंगी तथा इस क्षेत्र की प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
उन्होंने राजनीतिक अनुभव की कमी के आरोपों को लेकर विरोधियों को जवाब भी दिया और कहा कि उनके पास राजनीति में 35 साल का अनुभव है क्योंकि वह 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ 17 साल की उम्र में पहली बार चुनाव प्रचार अभियान में शामिल हुई थीं।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, पति रॉबर्ट वाद्रा, पुत्र रेहान राजीव वाद्रा, प्रियंका गांधी के राजनीतिक जीवन के इस बेहद महत्वपूर्ण पल के साक्षी बने।
नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने कलपेट्टा में एक विशाल सभा को संबोधित किया और फिर एक रोड शो भी किया। लोगों के हुजूम वाले इस रोडशो में राहुल गांधी और कुछ अन्य नेता, प्रियंका गांधी के साथ थे।
राहुल गांधी ने वायनाड की जनता से प्रियंका गांधी का समर्थन करने की अपील की और कहा कि वायनाड से उनकी बहन के निर्वाचन के बाद यह देश का इकलौता ऐसा निर्वाचन क्षेत्र होगा जिसके संसद में एक नहीं, बल्कि दो सांसद होंगे।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सदस्य ने कहा कि वह वायनाड के अनौपचारिक रूप से सांसद बने रहेंगे।
वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले कलपेट्टा में सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ चुनाव प्रचार में शामिल हुईं थीं, उसके बाद से 35 वर्षों में उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी, अपने भाई राहुल गांधी और पार्टी के अन्य सहयोगियों के लिए प्रचार किया है।
उनका यह बयान भाजपा की वायनाड लोकसभा उपचुनाव की उम्मीदवार नव्या हरिदास के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह लोगों का प्रतिनिधित्व करने में प्रियंका की तुलना में अधिक अनुभवी हैं।
नामांकन दाखिल करने के बाद प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज वायनाड उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करना भावनाओं से भरा क्षण था। आपने राहुल जी को और अब मुझे जो प्यार दिखाया है, वह कुछ ऐसा है जिसे मैं हर कदम पर अपने साथ संजोकर रखूंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वायनाड की ताकत इसके लोगों में निहित है। उनमें दयालुता, विन्रमता और बेहतर भविष्य में विश्वास है। मैं आपकी आवाज सुनूंगी, उन मुद्दों को उठाऊंगी जो आपके लिए मायने रखते हैं और वायनाड की प्रगति के लिए अथक प्रयास करूंगी। प्रत्येक समर्थक, प्रत्येक यूडीएफ कार्यकर्ता और हमारे साथ खड़े रहने वाले प्रत्येक परिवार को दिल की गहराइयों से धन्यवाद।’’
कांग्रेस महासचिव ने सभा के दौरान यह भी कहा कि वह वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए उम्मीदवार बनाए जाने से स्वयं को सम्मानित महसूस कर रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जिले में हुए भूस्खलन के समय वायनाड के लोगों द्वारा दिखाए गए साहस से वह बहुत प्रभावित हुईं।
प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग सत्ता में हैं उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए नफरत का इस्तेमाल किया और अलगाव पैदा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह वह राजनीति नहीं है जिस पर हमारे देश की स्थापना हुई थी। महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में हमारा स्वतंत्रता आंदोलन, हर धर्म के प्रति समानता और सम्मान से प्रेरित था।’’
कांग्रेस महासचिव का कहना था, ‘‘यीशु मसीह हमें विनम्रता के बारे में सिखाते हैं, वह हमें सिखाते हैं कि जहां हमारे दिलों में प्यार नहीं है तो उसका कोई महत्व नहीं है। बुद्ध की शिक्षाएं, जिन्होंने हमें अहिंसा का मार्ग दिखाया। ये सब मिलकर हमारी राष्ट्रीयता के मूलभूत मूल्यों का निर्माण करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये वे मूल्य हैं जिनके लिए हम आज लड़ रहे हैं। सत्य के लिए, न्याय के लिए, समानता के लिए। इन मूल्यों ने मेरे भाई को प्रेम और एकता के लिए पूरे भारत में घूमने के लिए प्रेरित किया।’’
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी को दो बार निर्वाचित करने के लिए वायनाड की जनता का आभार जताया और कहा कि उनका परिवार वायनाड के लोगों का कर्जदार है क्योंकि उन्होंने मुश्किल समय में साथ दिया था।
नामांकन के बाद राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रियंका हमेशा ऐसी व्यक्ति रही हैं जो अपने परिवार और दोस्तों के लिए कुछ भी त्याग कर सकती हैं और यही गुण उन्हें वायनाड के लिए एक असाधारण सांसद बना देगा। उनके लिए वायनाड के लोग परिवार हैं। उनके भाई के रूप में, मैं आपसे उनका समर्थन और सुरक्षा करने के लिए कहता हूं जैसा आपने मेरे लिए किया है। मैं आपके अनौपचारिक सांसद के रूप में वायनाड के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।’’
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि वायनाड के लोगों और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच का बंधन गहरे स्नेह, विश्वास और साझा विचारों का है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रियंका जी, अपने दयालु हृदय, दृढ़ संकल्प और न्याय, समानता तथा भाईचारे के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ वायनाड और इसके लोगों के लिए एक अथक चैंपियन बनेंगी। वह आपके हित के लिए अथक संघर्ष करेंगी।’’
प्रियंका वाम गठबंधन एलडीएफ के प्रत्याशी सत्यन मोकेरी और भाजपा की नाव्या हरिदास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी।
राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में वायनाड के साथ उत्तर प्रदेश के रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे। बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया। इस वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है।
वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
वायनाड से निर्वाचित होने पर प्रियंका पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी। वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं। उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं।
निर्वाचित होने पर प्रियंका गांधी पहली बार सांसद बनेंगी तथा यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के तीन सदस्य – सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका एक साथ संसद में होंगे।