बरहामपुर, ओडिशा के गंजम जिले में 22 वर्षीय एक कलाकार ने नवरात्र उत्सव के उपलक्ष्य में 18 प्रमुख ‘शक्ति’ मंदिरों की देवियों की लकड़ी से लघु कलाकृतियां तैयार कीं।
दिलीप कुमार मोहराना की यह जटिल रचना जिले के लकड़ी के नक्शे में इन कलाकृतियों को प्रदर्शित करती है।
लगभग आधा इंच की प्रत्येक कलाकृति में चेहरे को ‘गंभारी’ और सागौन की लकड़ी का उपयोग कर बेहद सावधानीपूर्वक तरीके से तैयार किया गया है।
उन्होंने जिले का मानचित्र और प्रत्येक देवी के चेहरे को अलग-अलग उकेरा और उन्हें सावधानीपूर्वक तरीके से जोड़ा।
इस लघु मानचित्र में जिन प्रमुख शक्ति मंदिरों को शामिल किया गया है उसमें पुरुषोत्तमपुर के पास तारा तारिणी, बेरहामपुर में मां बूढ़ी ठकुरानी, मन्त्रीदी में सिद्ध भैरवी, चिकिती में बाला कुमारी, भंजनगर के पास कुलाड़ा में बाघरादेवी, कुकुदाखंडी में माहुरी कलुआ, खलीकोट के पास नारायणी, और बांकेश्वरी के पास दिगपहांडी शक्ति मंदिर शामिल है।
मोहराना ने कहा, “मैंने गंजम जिले में शक्ति मंदिरों के महत्व को उजागर करने के लिए यह लघु कलाकृतियां बनाई हैं।”
उन्होंने लोगों को इन प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में शिक्षित करने के लिए बरहामपुर में एक सार्वजनिक स्थान पर कलाकृति प्रदर्शित करने की योजना बनाई।
मोहराना ने देवियों के चेहरे उकेरने से पहले कई मंदिरों में दर्शन किये और उनकी तस्वीरें लीं।
मोहराना जहां नहीं जा सके उन मंदिरों की तस्वीरें उन्होंने इंटरनेट से लीं।