चेन्नई, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को यहां कहा कि राज्य में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेतृत्व वाला गठबंधन विचारधारा पर बना है और सहयोगी दलों के बीच संबंधों में ‘असहमतियां हो सकती हैं लेकिन मतभेद नहीं हैं।’’
स्टालिन ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी आरोप लगा रहे हैं कि द्रमुक शासन का प्रभाव खत्म हो रहा है।
उन्होंने कहा कि चूंकि पलानीस्वामी द्रमुक सरकार की उपलब्धियों और पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से ईर्ष्या करते हैं इसलिए वे इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। स्टालिन ने कहा कि वे (पलानीस्वामी) दावा कर रहे हैं कि द्रमुक के नेतृत्व वाला गठबंधन जल्द ही टूटने वाला है।
द्रमुक अध्यक्ष ने कहा, “” मुझे अब तक लगता था कि पलानीस्वामी सपना देख रहे हैं लेकिन अब लगता है कि वह ज्योतिषी बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक प्रमुख बेहद निराश हैं।
द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारा गठबंधन महज चुनाव के लिए नहीं बना है, यह पद पाने (सत्ता पर कब्जा करने) के लिए नहीं बना है। आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा गठबंधन विचारधारा पर आधारित है, हमारे गठबंधन में असहमतियां हो सकती हैं, विचार-विमर्श हो सकता है लेकिन (सहयोगियों के साथ संबंधों में) कोई दरार नहीं है और ऐसा नहीं होगा। यह लोगों का गठबंधन है न कि एक विचारधारा पर आधारित गठबंधन।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल 2026 के विधानसभा चुनाव में बल्कि भविष्य में किसी भी चुनाव में द्रमुक विजयी होगी और इसमें कोई संदेह नहीं है।
द्रमुक के सहयोगी दलों में कांग्रेस, वाम दल, वाइको नीत एमडीएमके और विदुथलई चिरुथैगल काची शामिल हैं।
स्टालिन ने पलानीस्वामी की आलोचना करते हुए कहा कि जिनके पास अपनी पार्टी को विकसित करने की क्षमता नहीं है वे (पलानीस्वामी) सत्तारूढ़ पार्टी के बारे में भविष्यवाणियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे सत्ता में हो या नहीं द्रमुक ही है जो हमेशा लोगों के लिए काम करती है फिर चाहे बरसात का मौसम ही क्यों न हो जबकि पलानीस्वामी बारिश शुरू होते ही (चेन्नई में) अपने गृहनगर सलेम चले जाते हैं।