लगातार पांचवें दिन लुढ़का बाजार, सेंसेक्स 663 अंक टूटा, निफ्टी 24,200 के नीचे फिसला
Focus News 25 October 2024मुंबई, 25 अक्टूबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में शुक्रवार को भी जारी रहा। चौतरफा बिकवाली के दबाव के बीच बीएसई सेंसेक्स लगभग 663 अंक गिरकर 80,000 के स्तर से काफी नीचे आ गया जबकि निफ्टी 24,200 के नीचे फिसल गया।
विश्लेषकों ने कहा कि बड़े पैमाने पर विदेशी पूंजी निकासी और कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीदों के अनुरूप न होने से बना व्यापक बिकवाली का दबाव बाजार में इस गिरावट की प्रमुख वजह रहे। कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी और भू-राजनीतिक अनिश्चितता से भी धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 662.87 अंक यानी 0.83 प्रतिशत गिरकर 79,402.29 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 927.18 अंक लुढ़कते हुए 79,137.98 तक आ गया था। हालांकि अंतिम घंटे में निचले स्तर पर खरीदारी आने से गिरावट कुछ कम हुई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 218.60 अंक यानी 0.90 प्रतिशत गिरकर 24,180.80 पर बंद हुआ।
इसके साथ ही इस पूरे कारोबारी सप्ताह में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। सप्ताह के सभी पांचों दिन बाजार नुकसान के साथ बंद हुए। इस दौरान सेंसेक्स में कुल 1,822.46 अंक यानी 2.24 प्रतिशत और निफ्टी में कुल 673.25 अंक यानी 2.70 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली लगातार जारी रहने की वजह से गिरावट पर हैं। दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) से संबंधित क्षेत्र को छोड़कर सभी खंडों में गिरावट रही और सबसे ज्यादा नुकसान छोटी एवं मझोली कंपनियों को उठाना पड़ा।”
नायर ने कहा, “घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के लगातार खरीदारी करने से इस दबाव में कमी आई है। प्रतिगामी बिकवाली के कारण घरेलू बाजार के अधिक बिकवाली वाले दायरे में पहुंच जाने की आशंका है।”
सेंसेक्स के शेयरों में से इंडसइंड बैंक में 18.50 प्रतिशत से अधिक की भारी गिरावट दर्ज की गई। सितंबर तिमाही के खराब प्रदर्शन से निवेशकों ने बिकवाली का रुख अपना लिया। पिछली तिमाही में इंडसइंड बैंक का शुद्ध लाभ 40 प्रतिशत घटकर 1,331 करोड़ रुपये रहा है।
इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस और टाइटन के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।
दूसरी तरफ आईटीसी के शेयर बेहतर तिमाही नतीजों के दम पर दो प्रतिशत से अधिक चढ़ गए। एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी लाभ के साथ बंद हुए।
कैपिटलमाइंड रिसर्च में वरिष्ठ शोध विश्लेषक कृष्ण अप्पाला ने कहा, “निफ्टी अपने उच्च स्तर से हाल में 7.8 प्रतिशत तक गिर चुका है। बाजार में अस्थिरता को मापने वाला इंडिया विक्स सूचकांक भी 14.7 पर पहुंच गया है। दूसरी तिमाही के नतीजे उपभोक्ता आधारित क्षेत्रों में सुस्ती को दर्शा रहे हैं।”
व्यापक बाजार में बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 2.44 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई जबकि मिडकैप सूचकांक 1.48 प्रतिशत गिर गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 5,062.45 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की जबकि डीआईआई ने 3,620.47 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोप के प्रमुख शेयर बाजार सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। अमेरिका के अधिकांश बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.42 प्रतिशत बढ़कर 74.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 16.82 अंक गिरकर 80,065.16 और निफ्टी 36.10 अंक घटकर 24,399.40 पर बंद हुआ था।