नयी दिल्ली, सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली वित्तपोषण कंपनी इरेडा को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में खुदरा और बी2सी (कंपनी से ग्राहक) कारोबार के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी स्थापित करने के लिए सरकार से मंजूरी मिल गई है।
निवेश व सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने इस संबंध में इरेडा को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत संचालित भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) बिजली के नवीकरणीय स्रोतों और ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण से संबंधित परियोजनाओं को वित्तीय सहायता और अन्य सेवाएं देती है।
इरेडा ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि उसे पीएम-सूर्यघर एवं पीएम-कुसुम योजनाओं के तहत खुदरा कारोबार और नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षेत्र में अन्य बी2सी खंडों के तहत कारोबार को संभालने के लिए एक अनुषंगी इकाई स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
यह अनुषंगी कंपनी उभरते नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन, ऊर्जा भंडारण, हरित प्रौद्योगिकियां, स्थिरता, ऊर्जा दक्षता आदि शामिल हैं।
इरेडा के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, ‘‘खुदरा बाजार में नवीकरणीय ऊर्जा वित्त पोषण में अपनी विशेषज्ञता का विस्तार कर हम शहरी और ग्रामीण दोनों उपभोक्ताओं के लिए नवीन वित्तपोषण विकल्प प्रदान करेंगे, टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देंगे और कार्बन उत्सर्जन को कम करेंगे।’’