नयी दिल्ली, दक्षिण कोरियाई वाहन विनिर्माता हुंदै की भारतीय इकाई हुंदै मोटर इंडिया के आगामी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का मकसद अपने परिचालन का अधिक भारतीयकरण करना है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी शुक्रवार को यह बात कही।
हुंदै के लिए 27,870 करोड़ रुपये का यह आईपीओ अपनी अनुषंगी कंपनी को विदेशी बाजार में सूचीबद्ध करने का पहला उदाहरण है।
हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) का आईपीओ देश के इतिहास में सबसे बड़ी सार्वजनिक पेशकश है। आईपीओ 15 अक्टूबर को बोली के लिए खुलेगा और 17 अक्टूबर को बंद होगा। एंकर (बड़े) निवेशक 14 अक्टूबर को शेयरों के लिए बोली लगाएंगे।
एचएमआईएल के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हम भारत में 26 साल से अधिक समय से हैं। हमारे पास बहुत अधिक बाजार हिस्सेदारी है। हम भारत में यात्री वाहन क्षेत्र में दूसरे स्थान पर हैं। हमें भारत के लोगों से बहुत प्यार और स्नेह मिला है। इसलिए हमारा मानना है कि यह एक कदम आगे बढ़ने और हमारे परिचालन को और भी अधिक भारतीय बनाने का सही वक्त है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘वास्तव में हमारा मकसद भारत का सबसे भरोसेमंद ब्रांड बनना है।’’ वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि कंपनी ने आईपीओ के लिए किसी दूसरे देश की जगह भारत को ही क्यों चुना।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक देश के रूप में बहुत अच्छा कर रहा है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि बहुत अच्छी है, और यह वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर से बहुत अधिक है।’’
गर्ग ने कहा कि पिछले तीन से चार साल में भारत सभी प्रमुख कंपनियों के लिए एक बहुत अच्छे गंतव्य के रूप में उभरा है और वृद्धि की गति भी तेज हो गई है।