नयी दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली और नागपुर स्थित भारतीय वायु सेना के मुख्यालय अनुरक्षण कमान ने विमानन वस्त्रों के वास्ते नवीन प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने पर सहयोग करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं जिसकी तवज्जो पैराशूट और अन्य सुरक्षा उपकरणों पर होगी।
आईआईटी और मुख्यालय अनुरक्षण विमानन-ग्रेड वस्त्रों के क्षेत्र में स्वदेशीकरण के माध्यम से अप्रचलन प्रबंधन (विनिर्माण स्रोतों और सामग्री की कमी को दूर करना), आत्मनिर्भरता, उन्नयन और डिजिटलीकरण के क्षेत्रों में अनुसंधान और सहयोग को बढ़ावा देंगे।
16 बीआरडी के कमांडिंग अफसर ग्रुप कैप्टन प्रशांत पाठक के अनुसार, सहयोग के लिए रुचि के कुछ क्षेत्रों में विभिन्न पैराशूट और सुरक्षा उपकरणों के लिए कच्चे माल का चयन शामिल है।
उन्होंने कहा कि तकनीकी वस्त्र परीक्षण के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकियों और उपकरणों का विकास तथा पैराशूट और सुरक्षा उपकरणों से संबंधित उत्पाद डिजाइन में उपलब्ध नवीनतम मानक को शामिल कराना, वस्त्र, कच्चे माल या तैयार उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) और रोबोटिक या इमेजिंग प्रौद्योगिकियों को लागू करना भी सहयोग के क्षेत्रों में शामिल हैं।
आईआईटी दिल्ली के एसोसिएट डीन राजेंद्र सिंह ने भारतीय रक्षा क्षेत्र की स्वदेशीकरण की बढ़ती मांग को पूरा करने में इस साझेदारी के महत्व पर बल दिया।