बेंगलुरु, अपने जमाने के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान सरदार सिंह का मानना है कि हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के फिर से शुरू होने से भारतीय हॉकी को अपने स्वर्णिम दिनों में लौटने में मदद मिलेगी।
एचआईएल की नीलामी के लिए 1,000 से अधिक खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया है। पुरुषों की नीलामी 13 और 14 अक्टूबर को, जबकि महिलाओं की नीलामी 15 अक्टूबर को होगी। यह लीग सात साल बाद वापसी करने जा रही है।
हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार सरदार ने कहा,‘‘एचआईएल इस बार बड़ी और बेहतर होगी। इस बार महिला लीग का भी आयोजन किया जा रहा है। इस तरह से यह लीग भारतीय हॉकी के स्वर्णिम युग को पुनर्जीवित करने के लिए तैयार है।’’
उन्होंने कहा,‘‘इस लीग में खेलने और शीर्ष स्तर की हॉकी का अनुभव लेने के लिए भारत के कई खिलाड़ी कतार में होंगे। इससे भारतीय टीम के संभावित खिलाड़ियों का बड़ा और मजबूत समूह तैयार करने में भी मदद मिलेगी।’’
सरदार 2013 में हॉकी इंडिया लीग में खेले थे तथा उन्हें टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार के लिए नामित किया गया था।
उन्होंने कहा,‘‘एचआईएल एक अविस्मरणीय अनुभव था। हमें दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ और उनके खिलाफ खेलने का लंबे समय तक मौका मिला था। इससे युवा खिलाड़ियों को चोटी के खिलाड़ियों की मानसिकता को समझने का मौका मिला। एक प्रभावशाली युवा खिलाड़ी के लिए सकारात्मक प्रदर्शन से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं होता है।’’
सरदार ने 2008 में 21 वर्ष की उम्र में सुल्तान अजलान शाह कप में भारतीय टीम का नेतृत्व किया था और इस तरह से सबसे कम उम्र में भारत की कप्तानी करने वाले खिलाड़ी बने थे।
उन्होंने कहा,‘‘वर्तमान टीम के प्रमुख खिलाड़ियों हरमनप्रीत, मनदीप, सुमित और कई अन्य को एचआईएल से पहचान मिली। इससे वे अपने खेल में तेजी से सुधार करने में सफल रहे।’’