मैसुरु, प्रख्यात कन्नड़ लेखक और विद्वान हम्पा नगराजैया ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसी भी सरकार के लिए अपना कार्यकाल पूरा करना असंभव हो गया है। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा सत्ता पर काबिज निर्वाचित सरकारों को गिराने के प्रयासों की निंदा की।
नगराजैया ने यहां चामुंडी पहाड़ियों पर स्थित देवी चामुंडेश्वरी के मंदिर के परिसर में दस दिवसीय दशहरा समारोह के उद्घाटन पर अपने संबोधन में कहा कि चुनाव हारने वाले दलों को जनता का विश्वास जीतने के बाद सत्ता में आने के लिए अगले चुनाव का इंतजार करना चाहिए।
मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ‘घोटाले’ के मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ जांच और विपक्षी दलों द्वारा उनके इस्तीफे की मांग के बीच नगराजैया की यह टिप्पणी आई है।
नगराजैया ने इस मामले का संदर्भ नहीं दिया।
उन्होंने कहा, “मैं राज्य के लोगों की ओर से देवी से प्रार्थना करता हूं कि वे मेरी कुछ इच्छाएं पूरी करें।”
नगराजैया ने कहा, “मैं देवी से प्रार्थना करता हूं कि सरकार को गिराने की दुर्भावना समाप्त हो और चुनी हुई सरकारों को बचाने व उनकी रक्षा करने की सोच प्रबल हो। किसी चीज को खत्म करना आसान है लेकिन बनाना उतना ही कठिन। आम आदमी जो पहले से ही परेशान है, उसे बार-बार चुनावों के दबाव में न डाला जाए।”
उन्होंने कहा, “किसी भी सरकार के लिए स्थायी रूप से सत्ता में बने रहना (अपना कार्यकाल पूरा करना) असंभव है। हारी हुई पार्टी को जनता का विश्वास जीतने और सत्ता में वापस आने के लिए अगले पांच साल में खुद को तैयार करना चाहिए। सरकारों को गिराने की दुर्भावना समाप्त होनी चाहिए।”
शहर में धार्मिक और पारंपरिक उत्साह के बीच प्रसिद्ध दशहरा समारोह शुरू होने पर मुख्यमंत्री ने नगराजैया के संबोधन की सराहना करते हुए कहा कि यह भाषण मूल्यों और उन मुद्दों से भरा हुआ था जो आज राज्य, देश और दुनिया के लिए प्रासंगिक हैं।
उन्होंने कहा, “नगराजैया ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अवैध रूप से निर्वाचित सरकारों को गिराना लोकतंत्र विरोधी है।”