गोरखपुर, (उप्र) 26 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को चेतावनी दी कि जन समस्याओं के निस्तारण और पीड़ितों की मदद में विलंब या लापरवाही किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए तथा यदि लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
आज जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी ने कहा, ‘‘जन समस्याओं के निस्तारण और पीड़ितों की मदद में विलंब या लापरवाही किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए और यदि लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी की समस्या के निस्तारण में यदि कहीं भी कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर समाधान कराया जाए तथा किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए।
बयान में कहा गया कि मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंता करने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना था कि हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित कराएंगे।
इसे लेकर उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही हिदायत दी कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें।
बयान के अनुसार कुछ मामलों में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। उनका कहना था कि हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।
बयान में कहा गया कि इसके पहले शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन करने और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर मत्था टेकने के बाद मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए योगी आदित्यनाथ मंदिर की गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने गोसेवा करते हुए गोवंश को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। योगी ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी ली और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।