हरियाणा चुनाव से दो दिन पहले भाजपा नेता अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल

चंडीगढ़, हरियाणा में विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को झटका देते हुए उसके वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अशोक तंवर बृहस्पतिवार को महेंद्रगढ़ जिले में राहुल गांधी की रैली में कांग्रेस में शामिल हो गए।

जैसे ही गांधी अपना भाषण समाप्त कर रहे थे, मंच से एक घोषणा की गई जिसमें उपस्थित लोगों से कुछ मिनट प्रतीक्षा करने को कहा गया। इसके तुरंत बाद तंवर मंच पर आए और घोषणा की गई कि ‘‘आज उनकी घर वापसी हो गई है।’’

तंवर इस वर्ष की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए थे।

तंवर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मतभेदों के बाद 2019 में पार्टी छोड़ दी थी। पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शाम छह बजे समाप्त होने से कुछ घंटे पहले वह पार्टी में शामिल हुए।

तंवर को एक समय राहुल गांधी का करीबी माना जाता था। दलित समुदाय के नेता तंवर की कांग्रेस में वापसी से पार्टी को मजबूती मिलने की संभावना है।

कांग्रेस में शामिल होने से कुछ समय पहले सिरसा के पूर्व सांसद तंवर सफीदों विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे थे।

चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने तंवर के साथ किए गए व्यवहार को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और हुड्डा के साथ उनके मतभेदों तथा दिल्ली में उनके और पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थकों के बीच कथित तौर पर हुई धक्कामुक्की के दौरान उनके घायल होने की घटना का हवाला दिया।

कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष तंवर ने गांधी से हाथ मिलाया और हुड्डा का अभिवादन किया, जिन्होंने उनका पार्टी में स्वागत किया और उनकी पीठ थपथपाई।

मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। तंवर अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए थे। आप में शामिल होने से पहले वह कुछ समय के लिए तृणमूल कांग्रेस में भी रहे थे।

भाजपा में शामिल होने के बाद तंवर ने मई में सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। भाजपा ने सिरसा से निवर्तमान सांसद सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर तंवर को मुकाबले में उतारा था।