दुबई, तीन सितंबर (एपी) यमन के हूती विद्रोहियों ने सोमवार को लाल सागर में पनामा के झंडे वाले एक तेल टैंकर को निशाना बनाया। उन्होंने थोड़ी दूरी पर मौजूद सऊदी अरब के झंडे वाले एक और टैंकर पोत पर भी कथित रूप से हमला किया। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी।
हूती विद्रोहियों द्वारा पोत को निशाना बनाकर लगातार किए जा रहे हमलों के कारण एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर के उस सामान की आपूर्ति बाधित हुई है, जो इजराइल-हमास युद्ध के मद्देनजर हर साल गाजा पट्टी में लाल सागर के जरिये भेजा जाता है। इसके अलावा, इन हमलों के कारण संघर्ष से पीड़ित सूडान और यमन में भी सहायता सामग्री की आपूर्ति बाधित हुई है।
इससे पहले, हूती विद्रोहियों ने ‘सोनियन’ तेल टैंकर पर हमला किया था, जो अब भी जल रहा है और उसे बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ‘सोनियन’ में करीब 10 लाख बैरल कच्चा तेल था। हूती विद्रोहियों के हमले के कारण इस टैंकर में हुए विस्फोटों से लाल सागर में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव का खतरा पैदा हो गया है।
अमेरिकी नौसेना की देखरेख में संचालित बहुराष्ट्रीय संयुक्त समुद्री सूचना केंद्र ने बताया कि हूती विद्रोहियों ने सोमवार को तेल टैंकर ‘ब्लू लगून आई’ पर दो बैलिस्टिक मिसाइल दागीं, जबकि तीसरी मिसाइल पोत के पास गिरी।
केंद्र ने कहा, ‘‘पोत पर सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। पोत को मामूली क्षति हुई है और उसे सहायता की आवश्यकता नहीं है।’’
हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने ‘ब्लू लगून आई’ पर किए गए हमले की सोमवार देर रात जिम्मेदारी ली।
‘ब्लू लगून आई’ लाल सागर से होते हुए दक्षिण की ओर जा रहा था। यह नहीं बताया गया है कि इसका गंतव्य स्थल क्या था। यह पोत बाल्टिक सागर पर रूस के उस्त-लुगा बंदरगाह से आ रहा था और इस पर रूसी माल लदा हुआ था।
हाल के महीनों में ‘ब्लू लगून आई’ ने भारत की यात्राएं भी की थीं। यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के मद्देनजर रूस पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद भारत अपने तेल आयात का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा रूस से प्राप्त करता है।
बाद में सोमवार सुबह ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम समुद्री व्यापार संचालन केंद्र ने हूती-नियंत्रित बंदरगाह शहर होदेदा के पास दूसरे हमले की सूचना दी।
निजी सुरक्षा कंपनी ‘एम्ब्रे’ ने बताया कि एक ड्रोन ने एक वाणिज्यिक पोत पर हमला किया, हालांकि इस दौरान किसी तरह का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। एम्ब्रे ने कहा कि ‘ब्लू लगून आई’ पर हुए हमले के स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर यह हमला हुआ।
पश्चिम एशिया में अमेरिकी अभियानों की निगरानी करने वाली अमेरिकी सेना की ‘सेंट्रल कमांड’ ने दूसरे पोत की पहचान सऊदी ध्वज वाले तेल टैंकर ‘अमजद’ के रूप में की और इस हमले के लिए हूती विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया। उसने बताया कि ‘अमजद’ में 20 लाख बैरल तेल था।
‘सेंट्रल कमांड’ ने बताया कि अमेरिकी सेना ने सोमवार को दो हूती मिसाइल प्रणालियों को भी नष्ट कर दिया।
हूती समूह ने अभी ‘अमजद’ पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।