संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र संघ के परमाणु प्रमुख ने कहा कि दुनिया को यह स्वीकार करना चाहिए कि उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियार हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने भले ही संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है, उसके बावजूद हमें इस मुद्दे पर उससे बातचीत जारी रखना जरूरी है।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बृहस्पतिवार को दिए गए एक साक्षात्कार में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि क्या उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाने से कुछ हल हो गया या फिर ‘‘हम खुद हालात को और बिगाड़ रहे हैं जो अब हाथ से निकल सकते हैं?’’
उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम की निंदा की जानी चाहिए क्योंकि यह सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करता है लेकिन 2006 के बाद से उससे कोई बातचीत नहीं की गई और तब से ही उत्तर कोरिया ‘‘वास्तव में परमाणु हथियार संपन्न देश’’ बन गया और उसके परमाणु कार्यक्रम में काफी विस्तार हुआ है।
ग्रॉसी ने कहा कि यह दोहराना बहुत महत्वपूर्ण है कि उत्तर कोरिया को अपनी परमाणु हथियारों से संबंधित गतिविधियां रोकनी होंगी, लेकिन ‘‘साथ ही हमें एक-दूसरे से बातचीत जारी रखने के बारे में भी गंभीरता से सोचना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सक्रिय होना होगा और बातचीत के लिए दरवाजे खोलने होंगे।’’
ग्रॉसी ने कहा, ‘‘कई वर्षों से मेरा सिद्धांत हमेशा यही रहा है कि जुड़ो, बात करो और चीजों को आजमाओ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर कोरिया में जो कुछ हो रहा है वह अत्यंत चिंताजनक है।’’