चंडीगढ़, हरियाणा में कांग्रेस की अंतर्कलह तथा वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा के विधानसभा चुनाव प्रचार से दूरी बनाने की खबरों के बीच पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को कहा कि सैलजा 26 सितंबर को नरवाना में चुनावी सभा को संबोधित करेंगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव 61 वर्षीय सैलजा पार्टी का एक प्रमुख दलित चेहरा हैं।
हरियाणा में आगामी पांच अक्टूबर को मतदान होने जा रहा है। ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा दलित नेता के चुनाव प्रचार से दूर रहने को लेकर कांग्रेस पर लगातार निशाना साध रही है।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर ने सैलजा को अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की राज्य इकाई में कथित अंदरूनी कलह की ओर भी इशारा किया था।
सैलजा की नाराजगी की खबरों के बीच सुरजेवाला ने सोमवार को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज नरवाना में कांग्रेस प्रत्याशी सतबीर दबलैन के लिए 22 जनसभाओं को संबोधित करूंगा। पूरे ज़िले व हरियाणा में कांग्रेस की जीत का परचम फहरायेंगे। सांसद व बड़ी बहन कुमारी सैलजा भी नरवाना में 26 तारीख़ को 12 बजे जनसभा को संबोधित करेंगी व कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी और मल्लिकार्जुन खरगे जी के नेतृत्व में कांग्रेस लड़ेगी, जीतेगी व हरियाणा के सपनों को साकार करेगी।’’
पिछले कुछ दिनों से सैलजा चुनाव प्रचार से दूर हैं और ऐसे में उनके नाराज होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
माना जा रहा है कि सैलजा इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उनके धुर विरोधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को टिकट वितरण में खुली छूट दे दी, क्योंकि टिकट पाने वाले ज्यादातर उम्मीदवार हुड्डा के करीबी माने जाते हैं।
राज्य की 17 आरक्षित (एससी) सीटों में से अधिकतर पर हुड्डा के वफादारों को ही टिकट मिला है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा का सिरसा, अंबाला और हिसार समेत कई जिलों में अच्छा जनाधार है।
हाल ही में, कई भाजपा नेता सैलजा के कथित अपमान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं।
सैलजा इस चुनाव में आखिरी बार 11 सितंबर को पार्टी उम्मीदवारों शमशेर सिंह गोगी और शैली चौधरी के समर्थन में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुई थीं।
सैलजा दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की ओर से ‘गारंटी’ जारी किए जाने के मौके पर भी उपस्थित नहीं थीं। पार्टी के एक नेता का कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में किसी पद पर नहीं हैं तथा ऐसे में उनकी अनुपस्थिति को लेकर सवाल खड़े किए जाने का कोई मतलब नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पार्टी की ओर से गारंटी जारी किए जाने के अवसर पर रणदीप सुरजेवाला और दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद नहीं थे। ऐसे में कुमारी सैलजा के मौजूद नहीं रहने को लेकर सवाल खड़े किए जाने का कोई अर्थ नहीं है।’’
कुछ दिनों पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने कहा था कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं है।
चिदम्बरम ने कहा था, ‘‘मेरी अच्छी दोस्त (कुमारी) सैलजा जी ने श्री (भूपेंद्र सिंह) हुड्डा के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है, न ही श्री हुड्डा ने सुश्री सैलजा के खिलाफ एक शब्द कहा है। इसलिए हम एक एकजुट पार्टी हैं। हम इस चुनाव को एकजुट होकर लड़ेंगे।’’
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में 16 अगस्त से आदर्श आचार संहिता लागू है।