नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को उन खबरों का स्वागत किया, जिनमें दावा किया गया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना में रुचि दिखाई है।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना सभी विपक्षी दलों की प्राथमिकता है और गठबंधन के संबंध में कोई भी निर्णय आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की मंजूरी से होगा।
ऐसी कई खबरें आई हैं, जिनमें दावा किया गया कि सोमवार को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में गांधी ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आप के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में रुचि व्यक्त की।
हरियाणा की 90 विधानसभा सीट पर पांच अक्टूबर को मतदान होगा और आठ अक्टूबर को मतगणना होगी। सिंह ने कहा, ‘‘भाजपा और उसकी नफरत की राजनीति तथा लोगों, किसानों और युवाओं के खिलाफ राजनीति को हराना हम सभी की प्राथमिकता है।’’
हालांकि, सिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी आधिकारिक रुख आप के हरियाणा मामलों के प्रभारी संदीप पाठक और प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता द्वारा तय किया जाएगा। आप के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘इस संबंध में कोई भी अंतिम निर्णय केजरीवाल की मंजूरी के बाद हरियाणा में संगठनात्मक और चुनाव संबंधी कार्यों से जुड़े हमारे नेताओं द्वारा लिया जाएगा।’’
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल के रिहा होने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं से राय मांगी है और केवल वे ही इसका जवाब दे सकते हैं। हमें मीडिया से इस बारे में पता चला है। जहां तक गठबंधन की बात है, तो अरविंद केजरीवाल के रिहा होने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा।’’
हालांकि, हरियाणा में कांग्रेस नेताओं ने राज्य में आप के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है।
हाल में, हरियाणा में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने विधानसभा चुनावों के लिए आप के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी राज्य में मजबूत है और अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
इससे पहले, विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया) में भागीदार कांग्रेस और आप ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए समझौता किया था। हरियाणा में आप के प्रदेश अध्यक्ष गुप्ता राज्य में लोकसभा चुनावों में पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार थे। गुप्ता भाजपा के नवीन जिंदल से हार गए।
पंजाब में कांग्रेस और आप ने अलग-अलग लोकसभा चुनाव लड़ा था। गुप्ता ने हाल में कहा था कि आप जनता की मदद से हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीट पर अपने बलबूते चुनाव लड़ने को तैयार है।