प्रियंका पर रीजीजू का पलटवार, संसदीय परंपराओं की याद दिलाई

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नयी दिल्ली,  केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह संसदीय परंपराओं और मानदंडों को नहीं समझती हैं।

प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया था कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पत्र का जवाब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा के जरिये भिजवाना 82 वर्षीय खरगे का अपमान है।

नड्डा ने पिछले दिनों खरगे की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र के जवाब में बृहस्पतिवार को कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर दावा किया था कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राजनीति का ‘असफल उत्पाद’ (फेल्ड प्रोडक्ट) हैं और उन्हें महिमामंडित करना खरगे की मजबूरी है।

खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में मांग की थी कि प्रधानमंत्री को राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक और विवादित बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।

प्रियंका गांधी पर पलटवार करते हुए संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रीजीजू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। जेपी नड्डा जी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। क्या कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भाजपा अध्यक्ष से ऊपर हैं? मल्लिकार्जुन जी राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं जबकि जेपी नड्डा जी राज्यसभा में सदन के नेता हैं।’’

प्रियंका का कहना था कि नड्डा केवल इसलिए जवाब दे रहे हैं क्योंकि ‘‘कुछ लोग’’ सोचते हैं कि वे ‘‘देश में सबसे ऊपर हैं।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘ऐसे लोगों के लिए एक सबक है जो संसदीय परंपराओं और मानदंडों को नहीं समझते हैं… हम सभी भारत के नागरिक हैं और हम सभी समान हैं। हम वंशवादी संस्कृति नहीं थोपते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘किसी ऐसे व्यक्ति को अपशब्द न कहें जो बहुत वरिष्ठ हैं और जिनके पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है तथा जो 140 करोड़ भारतीय नागरिकों के प्रधानमंत्री है।’’