पुडुचेरी, 18 सितंबर (भाषा) पुडुचेरी में बिजली दरों में वृद्धि तथा बिजली क्षेत्र के निजीकरण के सरकार के फैसले के खिलाफ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) द्वारा आहूत एक दिवसीय बंद से केंद्र शासित प्रदेश में बुधवार को जनजीवन प्रभावित रहा।
बंद के दौरान सभी निजी बस सड़कों से नदारद रहीं, जबकि पुलिस सुरक्षा में सरकारी बसों का संचालन किया जा रहा है। सभी अहम स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
पुडुचेरी के स्थानीय बस टर्मिनल और प्रमुख शॉपिंग सेंटर सुनसान नजर आए।
पुडुचेरी और उसके उपनगरों के कई हिस्सों में दुकानें, प्रतिष्ठान, सब्जी मंडी, होटल और चाय की दुकानें बंद रहीं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्कूल शिक्षा निदेशक पी प्रियदर्शिनी ने बुधवार को पुडुचेरी में निजी संस्थानों सहित सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। हालांकि परीक्षाओं के कारण कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों की छुट्टी नहीं की गई।
उन्होंने बताया कि सड़कों पर बस और ऑटो न होने के कारण अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग में आम दिनों की तुलना में कम लोग आए। हालांकि सरकारी कार्यालयों में सामान्य उपस्थिति देखी गई।
कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सहित विभिन्न दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया और ‘‘बिजली दरों में अत्यधिक वृद्धि की निंदा की तथा बिजली क्षेत्र के निजीकरण के लिए पुडुचेरी सरकार के फैसले का विरोध किया।’’
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने आशंका जताई कि बिजली क्षेत्र के निजीकरण से उपभोक्ताओं को परेशानी होगी और कृषि क्षेत्र पर भी इसका असर पड़ेगा।