बेंगलुरु उपनगरीय रेलवे परियोजना को पूरा करने के लिए के-राइड को तकनीकी क्षमता बढ़ाने की जरूरत: वैष्णव

बेंगलुरु, एक सितंबर (भाषा) रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि कर्नाटक रेल बुनियादी ढांचा विकास कंपनी (के-राइड) लिमिटेड को बेंगलुरु उपनगरीय रेलवे परियोजना (बीएसआरपी) को पूरा करने के लिए अपनी तकनीकी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।

मंत्री ने कहा कि वह कुछ हफ्तों के बाद बेंगलुरु का दौरा कर बेंगलुरु उपनगरीय रेलवे परियोजना की समीक्षा करेंगे।

वैष्णव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘पिछली बार जब मैंने परियोजना की समीक्षा की तो प्रमुख मुद्दा के-राइड की तकनीकी क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता थी क्योंकि यह (बीएसआरपी) एक बहुत ही जटिल परियोजना है। इसलिए कर्नाटक रेल बुनियादी ढांचा विकास कंपनी (के-राइड) को एक संगठन के रूप में अपनी तकनीकी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। हमने पिछली बार इसी की समीक्षा की थी।”

वैष्णव ने समयसीमा के बारे में कहा कि परियोजना में राज्य सरकार की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इसलिए केंद्र को यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के साथ काम करना होगा कि सब कुछ ठीक रहे।

उन्होंने कहा, “यह एकतरफा (परियोजा) नहीं है। यह राज्य और केंद्र का संयुक्त उद्यम है और राज्य की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है।”

मंत्री ने कहा कि पिछली बार जब बेंगलुरु में थे तो उन्होंने राज्य सरकार से तकनीकी क्षमता बढ़ाने का अनुरोध किया था।

मुंबई से अहमदाबाद तक बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में वैष्णव ने कहा कि अच्छी प्रगति हुई है।

वैष्णव ने कहा, “327 किलोमीटर का ‘वायाडक्ट’ पहले ही पूरा हो चुका है और यह व्यावहारिक रूप से बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। समुद्र के नीचे सुरंग का काम भी शुरू हो गया है। पहला खंड 2026 में शुरू हो जाना चाहिए।”