अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर हिमंत ने सशस्त्र समूहों से वार्ता का आग्रह किया

गुवाहाटी, 21 सितंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को उग्रवादी समूहों से हिंसा छोड़कर राज्य के विकास के लिए वार्ताएं करने का आग्रह किया।

शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के मौके पर यह अपील की।

मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हिंसा और आतंक से राज्य का कोई फायदा नहीं है जबकि वार्ताओं से असम का एक प्रमुख राज्य के रूप में उत्थान सुनिश्चित होगा।’’

असम में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के एक गुट समेत कई उग्रवादी संगठनों ने सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और पिछले कुछ वर्षों में कई उग्रवादी मुख्यधारा में लौट आए हैं।

हालांकि, परेश बरुआ के नेतृत्व वाले उल्फा (इंडीपेन्डेंट) ने अभी तक सरकार के साथ कोई बातचीत नहीं की है, जबकि शर्मा ने उग्रवादी नेता से कई बार बातचीत के लिए आग्रह किया है।

प्रतिबंधित संगठन ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर 24 स्थान पर बम लगाने का दावा किया था। इसके बाद पुलिस ने गुवाहाटी समेत राज्य के विभिन्न भागों से आठ ‘बम जैसी सामग्री’ बरामद की थी।

मुख्यमंत्री ने बरुआ से आग्रह किया था कि वह ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हों जिससे युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ सकता हो, क्योंकि असम अगले 10 वर्षों में “शक्तिशाली राज्य” बनने की ओर अग्रसर है।