गुवाहाटी, 26 सितंबर (भाषा) असम का प्रसिद्ध मानस राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभ्यारण्य भारत सरकार के निर्देशानुसार मानसून की अवधि समाप्त होने के बाद शुक्रवार से पर्यटकों के लिए दोबारा खोल दिया जाएगा।
मुख्य वन संरक्षक और मानस क्षेत्र के निदेशक सी. रमेश ने कहा कि पार्क 2024-25 के पर्यटन मौसम के दौरान सप्ताह में छह दिन जनता के लिए खुला रहेगा।
पार्क हर बुधवार को पूरे मौसम के दौरान आगंतुकों के लिए बंद रहेगा, ताकि संरक्षण की गतिविधियों में मदद मिल सके।
पहले पार्क को 2024-25 के लिए एक अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोलने का कार्यक्रम बनाया गया था, लेकिन इसे विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर 27 सितंबर से शुरू करने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ और बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के प्रमुख प्रमोद बोरो इस अवसर पर मानस राष्ट्रीय उद्यान में उपस्थित रहेंगे।
यह पार्क वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 और असम वन्यजीव (संरक्षण) नियम, 1997 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत पर्यटकों के लिए खुला रहेगा।
रमेश ने कहा कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल 20 जून से मानसून अवधि के कारण बंद है।
यह पार्क रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, एक सींग वाले गैंडे, तेंदुए, गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन, रेड पांडा, गोल्डन लंगूर, पिग्मी हॉग, असमी कछुओं और विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पार्क में पक्षियों की कुल 450 प्रजातियों की पहचान की गई है।
रमेश ने कहा कि मानस राष्ट्रीय उद्यान के दरवाजे फिर से खुलने पर आगंतुक वन्यजीव सफारी, रंग बिरंगे पक्षियों और वन्य प्राणियों को देखने के साथ साथ प्राचीन जंगल की खोज जैसे अविस्मरणीय अनुभवों की उम्मीद कर सकते हैं।