देश और धर्म की रक्षा के लिए अविस्मरणीय है सिखों की कुर्बानी

नेहा बग्गा

जब देश और धर्म के लिए जान देने की बारी आती है, तो सच्चा सिख कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता। देश को आजादी दिलाने से लेकर देश की सुरक्षा करने तक सबसे ज्यादा बलिदान भी सिखों ने दिया है। सिख गुरुओं के उपदेश और उनके बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकता। सिखों का इतिहास बलिदानों और कुर्बानियों से भरा पड़ा है। देश की आजादी के इस 77 वें पर्व के मौके पर उन पुण्य आत्माओं के बलिदान को सादर नमन है।
सिख धर्म धार्मिक एकता और अखंडता का प्रतीक है। सिखों के नौंवे गुरु, गुरु तेग बहादुर सिंह का बलिदान इतिहास की पहली ऐसी घटना है, जिसमें धर्म की खातिर एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। सिखों ने धर्म और देश की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर बहादुरी से कुर्बानी दी है।
इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है सिखों की वीरगाथा। सिख समाज की यह वीरगाथा न केवल स्वतंत्रता संग्राम के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाती है, बल्कि उनके साहस और बलिदान की कहानी भी सुनाती है। सिखों ने देश की स्वतंत्रता के लिए कई संघर्षों का सामना किया, अनेक यातनाएँ सहन कीं, और अंततः अपने अदम्य साहस से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती प्रदान की। उनकी वीरता और समर्पण ने उन्हें भारतीय इतिहास में अमर बना दिया।
*देश की एकता-अखंडता को बनाए रखने में अमूल्य योगदान*
इतिहास के झरोखों से देखा जाए तो पता चलता है कि सिख समाज ने न केवल देश की आजादी के लिए अपार बलिदान दिए हैं, बल्कि देश की एकता और अखंडता को भी बनाए रखने में सदा अमूल्य योगदान दिया है। इसी धरोहर को आगे बढ़ाते हुए, जीवन के हर क्षण को राष्ट्र की शान और सम्मान के लिए समर्पित करने के लिए समाज में जागरुकता फैलाने का भी काम सिख समाज की ओर से किया जा रहा है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि   हम सब मिलकर अपने देश को और अधिक गौरवशाली बना सकें।

‘ *हर घर तिरंगा अभियान’ में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा सिख समाज*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सिख समाज ‘हर घर तिरंगा अभियान’ में बढ़- चढ़कर हिस्सा ले रहा है। इसी कड़ी में  सिख समाज के ग्रंथियों और सेवादारों ने भी झंडा फहराकर-‘तिरंगा ऊंचा रहे हमारा’ का घोष किया। सेवादारों ने कहा भी ‘हर घर तिरंगा अभियान’ देश के 140 करोड़ नागरिकों का अभियान है। उन्होंने युवा तरुणाइयों से आह्वान किया है कि इस अभियान में सहभागिता के लिए सभी अपने घरों पर तिरंगा लगाकर एक सेल्फी लें और उसे अपलोड करें। इस अवसर पर सिख समाज की राष्ट्र निर्माण, बलिदान और सेवा में निभाई गई अहम भूमिका को भी याद किया। सभी से राष्ट्र प्रेम, सद्भावना और तिरंगे के सम्मान की भावना को बनाए रखने का आह्वान भी किया।