नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) भारतीय दूरसंचार कंपनियां अगले तीन वर्षों में सभी 6जी पेटेंट में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल करने और वैश्विक मानकों में छठे हिस्से का योगदान करने का लक्ष्य बना रही है। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई।
दूरसंचार उद्योग की कंपनियों ने अनुसंधान को भारत की जरूरतों के अनुरूप बनाने और एक जीवंत ‘मानक समुदाय’ स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
यह प्रस्ताव शुक्रवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) पर हितधारक सलाहकार समिति (एसएसी) की दूसरी बैठक के दौरान सामने आया।
बयान में कहा गया कि उद्योग के प्रमुख लोगों ने अनुसंधान को व्यवस्थित रूप से भारत की जरूरतों के अनुरूप बनाने और एक जीवंत मानक समुदाय स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
बैठक में अंतरराष्ट्रीय मानकों और बौद्धिक संपदा तथा मानक आवश्यक पेटेंट (एसईपी) में भारत की हिस्सेदारी, दूरसंचार में संपर्क अंतराल और दूरसंचार सेवाओं की गुणवत्ता पर विचार-विमर्श किया गया।
बयान में कहा गया कि भारत ने पहले ही भारत 6जी विजन और भारत 6जी अलायंस, पेटेंट और आईपीआर समर्थन ढांचे, टेस्टबेड की कमीशनिंग जैसी कई पहल की हैं और देश सभी 6जी पेटेंट का 10 प्रतिशत और वैश्विक मानकों में छठा योगदान करने की आकांक्षा रख सकता है।
एसएसी ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए तीन साल का मसौदा प्रस्तावित किया है।
बैठक में रिलायंस जियो के प्रबंध निदेशक पंकज पवार, वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा, बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रॉबर्ट जे रवि, तेजस नेटवर्क के निदेशक मंडल के चेयरमैन एन जी सुब्रमण्यम और उद्योग निकाय सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर शामिल हुए।