नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने शनिवार को यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अनुसार वित्तीय सहायता और लंबित बकाया राशि की मांग की।
इसके अलावा, विक्रमार्क ने राज्य में पिछली सरकार द्वारा लिए गए गैर-बजटीय ऋणों को पुनर्निर्धारित करने और ब्याज दरों में कमी करने का अनुरोध किया।
विक्रमार्क ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “मैंने केंद्रीय मंत्री को राज्य की वित्तीय स्थिति के बारे में बताया और सहायता का अनुरोध किया। मैंने उन्हें केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए जारी की जाने वाली धनराशि और पुनर्गठन अधिनियम के अनुसार देय धनराशि के बारे में भी याद दिलाया।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा ऊंची ब्याज दरों पर उधार लेने के कारण 31,795 करोड़ रुपये का अतिरिक्त ब्याज बोझ पड़ा है।
विक्रमार्क ने कहा, “वर्तमान में, ऋण पर ब्याज भुगतान वेतन पर खर्च की गई राशि से अधिक है। मैंने वित्त मंत्री के ध्यान में ऐसे कुल आठ मुद्दे लाए।”
विक्रमार्क ने तेलंगाना के पिछड़े जिलों के लिए लंबित धनराशि जारी करने की भी मांग की तथा आंध्र प्रदेश से बिजली के लिए बकाया राशि प्राप्त करने में केंद्र के हस्तक्षेप का अनुरोध किया।
केंद्र ने कहा है कि उचित कार्रवाई के लिए राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के बीच एक बैठक आयोजित की जाएगी।
एक अलग बैठक में तेलंगाना के पर्यटन मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की और दक्षिणी राज्य के पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए समर्थन मांगा।
राव ने कहा कि शेखावत ने उन्हें तेलंगाना के पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।