संजय भंसाली के प्रोजेक्‍ट में काम करना चाहती हैं सत्‍यमवदा सिंह

पिछले साल के पॉपुलर टीवी सीरियल ‘चांद जलने लगा’ की भूमिका के लिए घर-घर में जानी पहचानी जाने वाली एक्‍ट्रेस सत्‍यमवदा सिंह मॉडलिंग में एक सफल करियर के बाद टीवी इंडस्‍ट्री में आई थीं।

संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी’ से प्रेरित, सत्‍यमवदा के टीवी शो ‘चाँद जलने लगा’ में, वह दूसरी बार मुस्लिम महिला की भूमिका में नजर आईं। कॉमिक टाइमिंग के साथ उनकी यह एक नकारात्मक भूमिका है। इसके पहले, वह गुलज़ार के एक नाटक में, मुस्लिम महिला का किरदार निभा चुकी थीं।  

‘ग्लैडरैग्स मेगा मॉडल’, ‘मिस कल्चर वर्ल्ड’ इंडिया, ‘मिस उत्तर प्रदेश’ ‘मिस दिल्ली’ और फिर ‘मोस्ट फोटोजेनिक’ जैसी सौंदर्य प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद सत्यमवदा ने अपने करियर की शुरुआत की।

2014 में ‘लापतागंज’ से अपनी शुरुआत करने के बाद सत्यमवदा ने ‘चिड़िया घर’ और ‘कृष्ण कन्हैया’ जैसे कुछ टीवी शो किए। इन सीरियल्स में उन्‍होंने अहम भूमिका निभाई थी।

टीवी पर सत्यमवदा का आखिरी शो ‘दिव्य-दृष्टि’ (2019) था। हालांकि उसके बाद भी उनके पास कुछ ऑफर आये लेकिन उनमें से कोई भी अपीलिंग नहीं था। इसलिए एक तरह से काम से छुट्टी ही ले ली थी और जिस तरह का किरदार निभाना चाहती थी, उसके लिए मौके का इंतजार कर रही थीं।

इस बीच सत्यमवदा ने एक्टिंग नहीं छोड़ी बल्कि वह थिएटर से जुड़ी रहीं। जिस तरह के शक्तिशाली किरदार का सत्‍यमवदा एक लंबे वक्‍त से इंतज़ार कर रही थी। उनका वह इंतजार ‘चांद जलने लगा’ (2023) के साथ खत्‍म हुआ।  

इंतजार का फल सत्‍यमवदा के लिए मीठा साबित हुआ। इस सीरियल ने उन्हें  घर घर में मशहूर कर दिया।  इन दिनों सत्यमवदा सिंह  ‘नाथ कृष्ण और गौरी की कहानी’ में चाहत पांडे और अलीशा पंवार के साथ जीनत की नेगेटिव भूमिका निभा रही हैं ।

सत्यमवदा, फिल्‍म मेकर संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ से काफी प्रभावित हैं। उनकी इच्छा है कि वह संजय भंसाली के किसी प्रोजेक्ट में लीड रोल निभाएं।