शेटराउ, 31 अगस्त (भाषा) भारतीय निशानेबाज रूबिना फ्रांसिस शनिवार को यहां शानदार जज्बा दिखाते हुए सातवें स्थान पर रहकर पैरालंपिक खेलों की महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच1) फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जबकि पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग (एसएच1) स्पर्धा में स्वरूप उन्हाल्कर प्रभावित करने में विफल रहे।
रूबिना (25 वर्ष) क्वालीफिकेशन दौर के ज्यादातर हिस्से में शीर्ष आठ निशानेबाजों से पिछड़ रही थीं लेकिन उन्होंने अंत में तेजी दिखाई और पदक दौड़ में पहुंची।
मध्यप्रदेश की यह निशानेबाज तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक के क्वालीफाइंग दौर में भी सातवें स्थान पर रही थी और फिर फाइनल में भी सातवें स्थान पर रही थी।
रूबिना ने क्वालीफिकेशन दौर में 556 के स्कोर से आठ निशानेबाजों के फाइनल में प्रवेश किया।
वहीं इससे पहले अपने दूसरे पैरालंपिक में हिस्सा ले रहे स्वरूप पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग (एसएच1) के क्वालीफिकेशन दौर में निराशाजनक 14वें स्थान पर रहे और आठ खिलाड़ियों के फाइनल में जगह बनाने में विफल रहे।
तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक में 38 वर्षीय स्वरूप कांस्य पदक से चूक गये थे। शनिवार को भी वह 18 निशानेबाजों में 613.4 अंक ही बना सके।
दक्षिण कोरिया के पार्क 624.4 अंक से क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहे और स्वरूप से पूरे 10.5 अंक आगे रहे।
कोल्हापुर के इस निशानेबाज को बचपन में पोलियो का पता चला था जिससे उनके दोनों पैर में लकवा मार गया था। उन्होंने 101.8, 103.0, 101.7, 101.8, 102.4, 102.7 के स्कोर से 613.4 अंक बनाये।
एसएच1 वर्ग में वो पैरा निशानेबाज हिस्सा लेते हैं जो बिना किसी परेशानी के पिस्टल संभालते हुए व्हीलचेयर या चेयर पर बैठकर या खड़े होकर निशाना लगा सकते हैं।