कीव, 23 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युद्धग्रस्त देश यूक्रेन की यात्रा पर शुक्रवार को राजधानी कीव पहुंचे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की यह पहली यात्रा है और इस दौरान वह राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ, रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर बातचीत करेंगे।
मोदी जेलेंस्की के साथ एकांत में और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे, जिसमें रूस-यूक्रेन संघर्ष का बातचीत के जरिए समाधान निकालने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री पोलैंड से कीव तक ‘रेल फोर्स वन’ ट्रेन से गए, जिसमें करीब 10 घंटे का समय लगा। मोदी की दो देशों की यात्रा का यह अंतिम चरण है।
कीव की यात्रा से लगभग छह सप्ताह पहले मोदी ने रूस की यात्रा की थी जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संघर्ष समाप्ति के मुद्दे पर गहन विचार विमर्श किया था।
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ वार्ता के बाद मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष ‘‘गहरी चिंता’’ का विषय हैं और शांति बहाल करने के लिए ‘‘बातचीत तथा कूटनीति’’ ही रास्ता है।
उन्होंने कहा,‘‘ भारत का दृढ़ता से यह मानना है कि युद्ध के मैदान में किसी समस्या का हल नहीं निकलता। किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान जाना पूरी मानवता के लिए बड़ी चुनौती है।’’
उन्होंने वारसॉ में मीडिया को दिए एक बयान में कहा, ‘‘ हम शांति और स्थिरता के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं। इसके लिए भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।’’
मोदी ने जून में इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान जेलेंस्की से बातचीत की थी।
बातचीत के दौरान मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से कहा था कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में वह सब कुछ करेगा जो वह कर सकता है। उन्होंने कहा था कि ‘‘बातचीत और कूटनीति’’ के माध्यम से ही शांति लाई जा सकती है।
बैठक में यूक्रेनी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को कीव आने का निमंत्रण दिया था।