सुवा (फिजी), राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फिजी की राजकीय यात्रा बुधवार को संपन्न हो गई। इस दौरान उन्होंने फिजी और भारत के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने तथा साझेदारी को मजबूत करने के लिए अपने समकक्ष के साथ व्यापक चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक महत्वपूर्ण यात्रा संपन्न हुई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सफल राजकीय यात्रा पूरी होने पर उप-प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद ने नाडी हवाई अड्डे पर उन्हें गर्मजोशी से विदाई दी। अब वह न्यूजीलैंड की यात्रा पर जाएंगी।’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने समकक्ष रातू विलियम मैवालिली कटोनिवेरे के निमंत्रण पर फिजी की यात्रा की। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष ने द्वीपसमूह राष्ट्र की यात्रा की है।
मुर्मू फिजी की यात्रा के अंतिम दिन बुधवार को नाडी स्थित श्री शिव सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर पहुंचीं और पूजा-अर्चना की।
राष्ट्रपति को मंगलवार को फिजी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने फिजी की संसद और वहां रह रहे भारतीयों को भी संबोधित किया।
फिजी के स्थानीय समाचारपत्र ‘फिजीविलेज’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि फिजी सरकार का कहना है कि भारतीय राष्ट्राध्यक्ष मुर्मू की फिजी की राजकीय यात्रा इस बात को रेखांकित करती है कि भारत फिजी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है और ‘एक्ट ईस्ट’ नीति पर भारत का मजबूत ध्यान दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 साल पहले 2014 में नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में ‘एक्ट ईस्ट’ नीति क घोषणा की थी।
राष्ट्रपति अब न्यूजीलैंड के गवर्नर जनरल डेम सिंडी कीरो के आमंत्रण पर संबंधित देश की यात्रा पर जा रही हैं। राष्ट्रपति स्तर की यह न्यूजीलैंड यात्रा आठ साल बाद हो रही है।
इस दौरान वह गवर्नर जनरल से मुलाकात करेंगी और प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लुक्सन तथा उप-प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स से भी बातचीत करेंगी।
मुर्मू ऑकलैंड में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में भी शामिल होंगी, जहां वह भारतीय प्रवासियों और ‘फ्रेंड्स ऑफ इंडिया’ नामक संगठन के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी।
न्यूजीलैंड में भारतीय प्रवासियों की संख्या करीब तीन लाख है, जबकि इस देश की कुल आबादी 50 लाख है।