वेलिंगटन, आठ अगस्त (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने बृहस्पतिवार को खासतौर से शिक्षा, व्यापार और संस्कृति में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
मुर्मू तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत बुधवार को न्यूजीलैंड पहुंचीं। यहां पहुंचने पर उन्हें शाही सलामी गारद दिया गया।
विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को बढ़ावा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के साथ चर्चा की। दोनों पक्षों ने खासतौर से शिक्षा, व्यापार और संस्कृति में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’
इससे पहले, मुर्मू ने न्यूजीलैंड की गवर्नर जनरल डेम सिंडी कीरो और उपप्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स से मुलाकात कर मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों एवं विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यूजीलैंड की गवर्नर जनरल डेम सिंडी कीरो से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों की सराहना की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।’’
बाद में, पीटर्स ने भी राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। पीटर्स न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री भी हैं।
मुर्मू के कार्यालय ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति को रेखांकित किया और कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।’’
उन्होंने वेलिंगटन में न्यूजीलैंड अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति के बारे में बात की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘शिक्षा हमेशा मेरे दिल के करीब रही है। मैंने शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रत्यक्ष रूप से देखा और अनुभव किया है। शिक्षा केवल एक व्यक्तिगत प्रयास नहीं है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण का माध्यम भी है।’’
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में शिक्षा व्यवस्था एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मुर्मू ने कहा कि भारत ने विविध क्षेत्रों में नेता दिए हैं जो न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में योगदान दे रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत में एक युवा आकांक्षी जनसांख्यिकी है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के लिए तैयार है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘भारतीय माता-पिता अपने बच्चों के लिए सर्वोत्तम संभव शिक्षा की आकांक्षा रखते हैं और यह वास्तव में स्वागत योग्य है कि अनेक भारतीय छात्र न्यूजीलैंड के विभिन्न संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। 8,000 भारतीय छात्र पूरे न्यूजीलैंड में विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे वे यहां अंतरराष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा समूह बन गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड अनुसंधान और नवाचार, समावेशिता और उत्कृष्टता पर विशेष ध्यान देने के साथ अपनी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि न्यूजीलैंड शिक्षा सम्मेलन शिक्षा में जारी सहयोग को मजबूत करने और सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज करने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।