जयपुर, राजस्थान में कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार को पारंपरिक श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाई जा रही है, जहां मंदिरों में विशेष सजावट की गई है और सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का उमड़ना शुरू हो गया।
जयपुर के प्रतिष्ठित गोविंद देव जी और गोपीनाथ जी मंदिर की भव्य सजावट की गई है। गोविंद देव जी मंदिर में तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे और सुबह साढ़े चार बजे की मंगला आरती के लिए कतार में लग गए।
इसके अलावा, गोपीनाथजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
पुलिस व प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के लिए कई तरह के इंतजाम किए हैं। शहर के गोविंद देव जी मंदिर, इस्कॉन मंदिर और अक्षय पात्र मंदिर जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना के मद्देनजर जयपुर पुलिस ने मंदिर परिसरों में लगे सीसीटीवी कैमरों को ‘फेसियल रिकग्निशन’ (चेहरे की पहचान) तकनीक से लैस किया है।
इस तकनीक का उपयोग करने का उद्देश्य पहले से अपलोड किए गए डेटा के माध्यम से जेबकतरों, वाहन चोरों और अन्य बदमाशों की पहचान करना है।
जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा, “इस तकनीक के तहत अपराधियों की तस्वीरें और अन्य विवरण कंप्यूटर प्रणाली में डाले जाते हैं। जब भी ये अपराधी सीसीटीवी की जद में आएंगे तो यह तकनीक तुरंत अपराधी की मौजूदगी के बारे में सतर्क कर देगी।”
जोसेफ ने कहा कि निगरानी के लिए इन तीनों प्रमुख मंदिरों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। मंदिर में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की टीमें तैनात की गई हैं।
राज्य भर में प्रमुख मंदिरों को जन्माष्टमी समारोह के लिए विशेष रूप से सजाया गया है।