जन आंदोलन बन गया है ‘हर घर तिरंगा’ अभियान: महाराष्ट्र मुख्यमंत्री

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मुंबई, नौ अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र की ‘हर घर तिरंगा’ पहल एक जन आंदोलन बन गई है और यह युवा पीढ़ी में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना पैदा कर रही है।

दक्षिण मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान पर भारत छोड़ो आंदोलन की 82वीं वर्षगांठ के अवसर पर अभियान की शुरुआत करते हुए शिंदे ने कहा कि राज्य में ढाई करोड़ घरों, कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘तीन साल पहले शुरू हुई हर घर तिरंगा पहल एक जन आंदोलन बन गई है। यह युवा पीढ़ी में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना पैदा करती है।’’

उन्होंने कहा कि शुक्रवार से शुरू हुआ अभियान 15 अगस्त तक जारी रहेगा।

‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के दौरान लोगों को अपने घरों और अन्य प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

शिंदे ने कहा, ‘‘अगस्त क्रांति मैदान से किया गया भारत छोड़ो का आह्वान स्वतंत्रता के लिए अंतिम संघर्ष था और नयी पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से अवगत कराया जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि राज्य भर में ‘तिरंगा मार्च’ और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

शिंदे ने नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की शपथ दिलाई और उन्होंने छात्रों तथा युवाओं की एक ‘साइक्लैथॉन’ और पदयात्रा को भी हरी झंडी दिखाई।

यह आंदोलन ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष के इतिहास में एक प्रमुख मील का पत्थर है।

इस भूमि पर महात्मा गांधी ने आजादी के लिए ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।

अगस्त 1942 में गोवालिया टैंक से महात्मा गांधी के तत्काल स्वतंत्रता के आह्वान के साथ आंदोलन की शुरुआत हुई थी, जिसे बाद में ऐतिहासिक अवसर से जुड़े होने के कारण अगस्त क्रांति मैदान के रूप में जाना जाने लगा।

इस दौरान महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे, स्वराज इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष योगेंद्र यादव, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेताओं ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी।