बीजिंग, 26 अगस्त (एपी) चीन की सेना इस सप्ताह म्यांमा सीमा के पास सशस्त्र गश्त करेगी क्योंकि चीनी सरकार म्यांमा में गृहयुद्ध में भीषण संघर्ष के संभावित नतीजों को लेकर चिंतित है।
चीनी सेना की दक्षिणी थियेटर कमान ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए सोमवार को दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत में सैनिकों को तैनात किया गया है।
एक जातीय मिलीशिया समूह ने म्यांमा की सेना को देश के पूर्वोत्तर में कई झटके दिए हैं, जो चीन के पास स्थित है। गत जनवरी में चीन के क्षेत्र में तोप का एक गोला गलती से गिरने से पांच लोग घायल हो गए थे।
युन्नान प्रांत की सरकार ने कहा कि मंगलवार से बृहस्पतिवार तक चार स्थानों पर गोलीबारी के अभ्यास किए जाएंगे, जिनमें दो अभ्यास रुइली शहर में होंगे।
चीन की दक्षिणी कमान ने एक बयान में कहा कि इकाइयां सशस्त्र गश्त और संयुक्त हवाई-जमीनी गश्त करेंगी ताकि वे तेजी से तैनाती, अवरोध और नियंत्रण करने और एकसाथ हमला करने की अपनी क्षमता का परीक्षण कर सकें।
सेना ने इससे पहले म्यांमा सीमा के पास गोलीबारी का अभ्यास पिछले नवंबर में किया था।
चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि उनका देश “म्यांमा में अराजकता और संघर्ष का विरोध करता है।”
बीजिंग ने जनवरी में संघर्षविराम कराने में मदद की थी, लेकिन जून में यह समझौता विफल हो गया, जब थ्री ब्रदरहुड अलायंस के एक सदस्य ने नये हमले शुरू कर दिए।
म्यांमा की सैन्य सरकार के नेता वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने हाल ही में आरोप लगाया था कि अन्य देश जातीय मिलीशिया को समर्थन दे रहे हैं। उनका इशारा संभवतः चीन की ओर था, जिसके इन समूहों के साथ लंबे समय से संबंध रहे हैं।