नयी दिल्ली, बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने यूरोप, ब्रिटेन, कनाडा तथा जापान में ‘ऑटोइम्यून’ बीमारियों के उपचार के लिए बायोसिमिलर दवा पेश करने के लिए जैनसेन के साथ समझौता किया है।
‘ऑटोइम्यून’ बीमारियों से तात्पर्य ऐसी स्थिती से है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपनी ही स्वस्थ कोशिकाओं, ऊतकों तथा अंगों पर हमला करने लगती है।
बायोकॉन लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी ने जैनसेन बायोटेक इंक, जैनसेन साइंसेज आयरलैंड तथा जॉनसन एंड जॉनसन के साथ एक निपटान व लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते से स्टेलारा के प्रस्तावित बायोसिमिलर, बीएमएबी 1200 के व्यावसायीकरण का रास्ता साफ हो गया है।
कंपनी ने बयान में कहा, निपटान समझौते की शर्तों के अनुसार बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने यूरोप, ब्रिटेन, कनाडा और जापान में बाजार में प्रवेश की तारीखों को निश्चित करने के लिए जैनसेन के साथ पेटेंट विवादों को सुलझा लिया है।
इन बाजारों में विनियामक दस्तावेजों की वर्तमान में समीक्षा की जा रही है।
बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने इससे पहले अमेरिका में बीएमएबी 1200 पेश करने के लिए भी एक समझौता करने की घोषणा की थी।
बायोकॉन बायोलॉजिक्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक श्रीहास तांबे ने कहा, ‘‘ यह समझौता विज्ञान व नवाचार के हमारे सिद्ध रिकॉर्ड का प्रमाण है। साथ ही हमारे बायोसिमिलर बीएमएबी 1200 को वैश्विक बाजारों में पहुंचाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।’’