चंडीगढ़, 27 अगस्त (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई ने अभिनेत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों पर की गई टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया।
पार्टी नेताओं ने कहा कि कंगना का बयान भाजपा की किसानों के प्रति ‘मानसिकता’ को प्रदर्शित करता है।
आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जींद, यमुनानगर और पंचकूला सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया।
रनौत ने कहा था कि यदि शीर्ष नेतृत्व पर्याप्त मजबूत नहीं रहा होता तो अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन से देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी।
मंडी सीट से सांसद रनौत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किये गये एक वीडियो में आरोप लगाया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘‘शव लटके थे और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही थीं।’’
हरियाणा में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होगा और विपक्षी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
आप की हरियाणा इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने यमुनानगर जिले में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान तख्तियां ले रखी थी जिसमें भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लिए गए थे।
इस बीच, आप की हरियाणा इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता ने टिप्पणी के लिए रनौत की आलोचना की और इसे ‘शर्मनाक’ करार दिया। गुप्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों से नफरत करती है क्योंकि उन्होंने ‘काले’ कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार को मजबूर किया।
आप प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रनौत पहले भी किसानों के बारे में ऐसे बयान देती रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा की ‘मानसिकता’ है जो किसानों को गाली देने वालों को पद से सम्मानित करती है।
गुप्ता ने आरोप लगाया कि यह भाजपा की किसानों के प्रति ‘मानसिकता’ को उजागर करता है।
भाजपा ने सोमवार को रनौत के बयान से असहमति जताते हुए किनारा कर लिया।
पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।’’
बयान में कहा गया कि भाजपा की ओर से कंगना रनौत को निर्देश दिया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें।