नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नवाचारी दृष्टिकोण ने बिजली क्षेत्र में संकट को टाला और परिवर्तनकारी उदय योजना की शुरुआत की है। आर बालासुब्रमण्यम द्वारा लिखित पुस्तक में यह बात कही गई है।
उज्ज्वल डिस्कॉम एश्योरेंस योजना (उदय) को 2015 में विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के व्यापक वित्तीय और परिचालन पुनरुद्धार के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
‘पावर विदिन: द लीडरशिप लेगेसी ऑफ नरेन्द्र मोदी’ नामक पुस्तक में अन्य बातों के अलावा मोदी की विभिन्न दृष्टिकोणों के प्रति सजगता, नवाचार, लीक से हटकर समाधानों पर जोर, तथा नीति निर्माण में विचारों का योगदान करने के लिए कनिष्ठ अधिकारियों के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण की बात कही गई है।
बालासुब्रमण्यम क्षमता निर्माण आयोग के सदस्य हैं, जिसे 2021 में अन्य बातों के अलावा विभागों, मंत्रालयों और एजेंसियों की वार्षिक क्षमता निर्माण योजनाओं की तैयारी की सुविधा के लिए गठित किया गया था।
पुस्तक में वित्त सचिव टी वी सोमनाथन के हवाले से कहा गया है कि डिस्कॉम की खराब वित्तीय स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा एक बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में तत्कालीन बिजली मंत्री पीयूष गोयल और वित्त मंत्री अरुण जेटली जैसे प्रमुख मंत्री और अधिकारी शामिल थे, जिसमें बिजली क्षेत्र के सामने लगातार आ रही चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सोमनाथन ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में तत्कालीन संयुक्त सचिव के रूप में अपने कनिष्ठ सहयोगी ब्रजेन्द्र नवनीत और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लिया था।