बजट में केवल दो राज्यों के हितों का ध्यान रखा गया है: तृणमूल कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ‘खराब, अस्थिर और कमजोर’ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और इस सरकार ने बजट में केवल दो राज्यों के हितों का ध्यान रखा है तथा देश के अन्य सभी नागरिकों की अनदेखी की है।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने बजट 2024-25 पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट ‘जनविरोधी’ है और इसका उद्देश्य सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों का तुष्टीकरण करना और सरकार बचाये रखने के लिए उन्हें ‘मुआवजा’ देना है।

पश्चिम बंगाल के कुछ भाजपा सदस्यों द्वारा बार-बार व्यवधान डालने के बीच उन्होंने अपने तीखे अंदाज में कहा, ‘‘बजट में कोई दृष्टिकोण और एजेंडा नहीं है। आम लोगों को कोई राहत नहीं है और बजट में देश के 140 करोड़ लोगों की उपेक्षा की गई है।’’

बनर्जी ने दावा किया कि 2024 के आम चुनाव के नतीजे भाजपा के ‘अहंकार और उसकी विभाजनकारी राजनीति’ को खारिज करते हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सब कुछ वैसा ही रहा, मंत्रियों के पास वही विभाग रहे, सिवाय इसके कि सत्तारूढ़ पार्टी के ‘चीयर लीडर्स’ की संख्या कम हो गई, जो एक बड़ा बदलाव है।

उन्होंने दावा किया कि यह (मोदी सरकार) एक ‘खराब, अस्थिर और कमजोर’ गठबंधन सरकार है, जो जल्द ही गिर जाएगी। तृणमूल सांसद ने कहा कि राजग सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान नागरिकों, किसानों, गृहिणियों, दिहाड़ी मजदूरों और कई अन्य लोगों के साथ कथित तौर पर विश्वासघात किया है।

बनर्जी ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं, घरेलू बचत कम हो गई है और कर्ज बढ़ गया है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह हाशिये पर पड़े समुदायों के साथ विश्वासघात है।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा के पास लोकसभा, राज्यसभा और किसी भी राज्य विधानसभा में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है, जो दर्शाता है कि पार्टी में विविधता की कमी है।

तृणमूल कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भाजपा युवाओं को दो करोड़ नौकरियां देने का ‘‘वादा निभाने में विफल रही है’’ और समस्या कई गुना बढ़ गई है।

बनर्जी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल और देश के अन्य हिस्सों को मनरेगा और आवास योजना सहित विभिन्न लाभों से ‘वंचित’ रखा है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चूंकि आप पश्चिम बंगाल में हमें राजनीतिक रूप से हराने में विफल रहे हैं, इसलिए अब आप राज्य के लोगों के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा दी गई गारंटी पूरी नहीं हुई है जिनमें कालेधन को वापस लाना, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और गरीबों को मुफ्त घर उपलब्ध कराना शामिल हैं।

बनर्जी ने दावा किया कि सरकार द्वारा ‘अनियोजित लॉकडाउन’, कृषि कानून और नोटबंदी जैसे ‘मनमर्जी वाले फैसले’ लिये गए, जिससे लोगों की मौत हुईं, नौकरियां गईं और आर्थिक निराशा हुई।

उन्होंने दावा किया कि बजट में मणिपुर में जातीय हिंसा जैसी कई ‘त्रासदियों’ का उल्लेख नहीं किया गया।

तृणमूल नेता के एक बयान पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले के बारे में बनर्जी ने जो दावा किया है, वह पश्चिम बंगाल सरकार पर लागू होता है, केंद्र या उत्तर प्रदेश सरकार पर नहीं।