मास्को, 31 जुलाई (एपी) रूस की सेना ने बुधवार को रणनीतिक परमाणु हथियारों के साथ तीसरे दौर का अभ्यास शुरू किया, जिसके जरिये वह पश्चिमी देशों को संदेश देना चाहती है कि वे यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन घटाएं।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस अभ्यास में मध्य और दक्षिणी सैन्य जिलों की इकाइयां भाग ले रही हैं जिनके पास छोटी दूरी की ‘इस्कंदर’ मिसाइलें हैं। वे गोदाम से परमाणु हथियारों को निकालने तथा उन्हें निर्धारित क्षेत्रों में तैनात करने का अभ्यास करेंगी। इस अभ्यास में वायुसेना की इकाइयां भी हिस्सा लेंगी जो अपने लड़ाकू विमानों को परमाणु हथियारों से लैस करेंगी तथा गश्त उड़ान भरेंगी।
मंत्रालय ने कहा कि इस अभ्यास का इरादा लड़ाकू मिशन के लिए सैनिकों की तैयारियों को परखना है।
रणनीतिक परमाणु हथियारों में बम, छोटी दूरी की मिसाइलों में लगाये जाने वाले परमाणु आयुध, गोलाबारूद आदि शामिल होते हैं और वे जंग के मैदान के लिए होते हैं। वे सामरिक हथियारों से कम घातक होते हैं।
इस तरह के पिछले दो अभ्यास मई और जून में हुए थे।
पिछले साल रूस ने अपने कुछ रणनीतिक परमाणु हथियारों को बेलारूस पहुंचाया था जिसकी सीमा यूक्रेन और नाटो के सदस्य देशों पोलैंड, लताविया और लिथुनिया से लगी है।