नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व कोच स्टेनली रोजारियो और नॉर्थईस्ट यूनाईटेड के मौजूदा सहायक कोच नौशाद मूसा उन भारतीयों में शामिल हैं जिन्होंने राष्ट्रीय पुरुष टीम के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया है। यह पद इगोर स्टिमक को बर्खास्त किए जाने के बाद से खाली पड़ा है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को दुनिया भर से कुल मिलाकर 291 आवेदन मिले हैं। इनमें से 100 आवेदनकर्ता यूएफा प्रो लाइसेंस डिप्लोमा धारक हैं जबकि 20 के पास एएफसी प्रो लाइसेंस डिप्लोमा है। तीन के पास कोनमेबोल (दक्षिण अमेरिका फुटबॉल परिसंघ) लाइसेंस है।
रोजारियो और मूसा एएफसी प्रो लाइसेंस डिप्लोमा धारक हैं।
मोहन बागान सुपर जाइंट्स को 2023-24 आईएसएल लीग शील्ड जिताने में मदद करने वाले एंटोनियो लोपेज हबास ने भी आवेदन किया है।
एआईएफएफ अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘स्टेनली रोजारियो और नौशाद मूसा उन भारतीयों में शामिल हैं जिन्होंने आवेदन किया है और एएफसी प्रो लाइसेंस धारक हैं। एंटोनियो हबास ने भी आवेदन किया है।’’
पता चला है कि छांटे गए उम्मीदवारों के नाम 20 जुलाई को एआईएफएफ कार्यकारी समिति की बैठक में रखे जाएंगे। इससे पहले एआईएफएफ उपाध्यक्ष एनए हैरिस की अगुआई वाली समिति आवेदनों की समीक्षा करेगी। समिति में तकनीकी, लीग, प्रतियोगिता, वित्त और विकास समिति के अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष भी शामिल होगा।
एआईएफएफ ने कहा है कि इस महीने के आखिर तक पुरुष टीम के नए कोच का नाम पता चल जाएगा।
एआईएफएफ की कार्यकारी समिति की 20 जुलाई को होने वाली बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि 2019 में भारतीय फुटबॉल के लिए तय किए गए खाके को पूरी तरह से कैसे लागू किया जा सकता है क्योंकि आईलीग क्लब संघ ने महासंघ को एक पत्र भेजकर कुछ प्रमुख मुद्दों पर चिंता जताई है।
एआईएफएफ प्रमुख और कार्यकारी समिति के सदस्यों को लिखे पत्र में आईलीग क्लब संघ के अध्यक्ष रंजीत बजाज ने एआईएफएफ द्वारा भारतीय फुटबॉल खाके को लागू नहीं करने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी।